मुंबई । कोरोना वायरस के कारण कई राज्यों में रात्रि शो के बंद होने के कारण निर्माताओं ने अपनी फिल्मों को प्रदर्शित न करने का सिलसिला शुरू कर दिया था। इसकी शुरूआत शाहिद कपूर अभिनीत जर्सी से हुई थी जो गत 31 दिसम्बर को प्रदर्शित होनी थी। उसके बाद 1 जनवरी को सबसे बड़ा झटका राजामौली ने दिया, जिन्होंने अपनी बहुप्रचारित और बहुप्रतीक्षित आरआरआर को स्थगित कर दिया। यह फिल्म 7 जनवरी को प्रदर्शित होने वाली थी।
आरआरआर की खबरों के तुरन्त बाद ही हिन्दी सिनेमा के दिग्गज निर्माता यशराज फिल्म ने अपनी ऐतिहासिक दस्तावेजों पर आधारित अक्षय कुमार अभिनीत पृथ्वीराज के प्रदर्शन के रद्द की घोषणा की। इन्हीं खबरों के बीच में समाचार आ रहे थे कि दक्षिण भारत के ख्यातनाम सितारे प्रभास की पैन इंडिया फिल्म राधेश्याम अपनी तय तारीख 14 जनवरी को प्रदर्शित होगी लेकिन अब इस फिल्म के प्रदर्शन को भी रद्द कर दिया गया है। इस फिल्म के साथ ही दक्षिण के ही एक ओर सुपर सितारे अजीत की फिल्म वलीमाई का भी प्रदर्शन होने जा रहा है। हालांकि अभी तक वलीमाई के निर्माताओं की ओर से इस फिल्म के प्रदर्शन को लेकर किसी प्रकार का कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि सम्भावना यह व्यक्त की जा रही है कि इस फिल्म को 13 जनवरी को ही प्रदर्शित किया जाएगा। यह तमिल, तेलुगू और हिन्दी में प्रदर्शित होगी। कहा जा रहा है कि इसके निर्माताओं का कहना है कि हमारी फिल्म का बजट 400-500 करोड़ का नहीं है।
देश में जितने भी सिनेमाघर खुले हुए हैं यदि यह फिल्म वहाँ प्रदर्शित होती है तो यह अपनी लागत निकालने में पूरी तरह से सफल होगी इसका हमें विश्वास है। अब देखने वाली बात यह है कि क्या वलीमाई प्रदर्शित होती है या फिर इसे भी स्थगित किया जाता है। निर्माताओं द्वारा लगातार अपनी फिल्मों के प्रदर्शन को स्थगित करने की वजह से सिनेमाघरों के सामने संकट खड़ा हो गया है। सिनेमाघरों के संचालकों का कहना है कि यदि हालात ऐसे ही रहे तो कई सिनेमाघर जिनमें कुछ मल्टीप्लेक्स चैन भी शामिल हैं शीघ्र ही अपनी स्क्रीन्स में कमी करना शुरू कर देंगी। एकल सिनेमाघरों के संचालकों का कहना है कि फिल्मों के लगातार प्रदर्शन से जो थोड़ा-बहुत दर्शक सिनेमाघरों की ओर आने लगा था वह अब कोविड-19 की तीसरी लहर के चलते कम होने लगा है। इसके अतिरिक्त फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लग रही है ऐसे में मजबूरीवश हमें भी अपने-अपने सिनेमाघरों को एक बार फिर से बंद करने की ओर कदम बढ़ाना पड़ेगा या फिर छोटे बजट की फिल्मों को एक-दो शोज में ही चलाते हुए सिनेमाघरों को चालू रखना पड़ेगा। बता दें ‎कि कोरोना की तीसरी लहर के साथ ही दिल्ली में बंद हुए सिनेमाघरों और महाराष्ट, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु में 50 प्रतिशत क्षमता का संचालित हो रहे सिनेमाघरों में रात्रिकालीन शो बंद कर ‎दिए गए हैं।