भोपाल । कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची नवरात्रि में घोषित होने की बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस की सूची गुटबाजी में फंसी नजर आ रही है। कमलनाथ के सर्वे को भी दरकिनार कर कुछ बड़े नेताओं ने अपने नाम सूची में फंसा दिए हैं, जिसके कारण निर्णय नहीं हो पा रहा है। खबर तो यह भी है कि कमलनाथ सर्वे के अनुसार टिकट न दिए जाने से नाराज होकर स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक से उठकर चले गए।
3 अक्टूबर को दिल्ली में कांगे्रस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक थी, जिसमें कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्रसिंह के साथ प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, राज्यसभा सदस्य दिग्विजयसिंह और स्क्रीनिंग कमेटी के सभी सदस्य मौजूद थे। बैठक में करीब 150 से ज्यादा सीटों पर सहमति बनने की बात कही जा रही है। कल इंदौर आए महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने इस मामले में कहा था कि जनआक्रोश यात्रा समाप्त होने के बाद सूची घोषित की जाएगी, लेकिन कहा जा रहा ह ैकि सूची को लेकर ही कमेटी के सदस्यों में एक राय नहीं बन पाई है। कमलनाथ द्वारा करवाए गए सर्वे से उलट कुछ वरिष्ठ नेता अपने समर्थकों को टिकट दिलाना चाहते हैं और उन्होंने चर्चा के समय इन नामों को लेकर आपत्ति ली। इस पर बैठक में गहमागहमी की स्थिति निर्मित हो गई थी। कहा तो यह भी जा रहा है कि इससे नाराज होकर कमलनाथ बैठक से उठकर चले गए। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में जीतू पटवारी के शामिल होने से भी कमलनाथ नाराज बताए गए।  
अभी तक कांग्रेस की मजबूती को लेकर साथ-साथ चल रहे कमलनाथ और दिग्विजयसिंह में सूची को लेकर तालमेल नहीं बनने की बात भी सामने आ रही है। अंदर से जो खबरें बाहर निकलकर आई हैं, उसमें दिग्विजयसिंह के कुछ नामों पर कमलनाथ को आपत्ति है और वे उन्हें टिकट नहीं देना चाहते, लेकिन दिग्गी अड़ गए। हालांकि अब बैठक के अगले दौर भी होने वाले हैं और सूची जल्दी घोषित करने की बात कही जा रही है।
अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की बात करने वाले नेताओं को कमलनाथ ने चैलेंज किया है कि वे जिसको टिकट दिलाएं, उसके जीतने की गारंटी भी दें।