*ताप्ती सरोवर के तट पर स्थित जगदीश मंदिर से जयकारों के साथ निकली चुनरी यात्रा,*रविवार से प्रारंभ होगा सहस्त्रचंडी महायज्ञ*


*मुलताई।*✍️ विजय खन्ना 

नगर के मासोद रोड पर स्थित ज्ञानेश्वर शिव मंदिर में गुप्त नवरात्र के दौरान रविवार से आयोजित हो रहे सहस्त्र चंडी महायज्ञ के शुभारंभ अवसर पर शनिवार दोपहर में ताप्ती सरोवर के तट पर स्थित जगदीश मंदिर से चुनरी यात्रा निकाली गई। ताप्ती सरोवर और ताप्ती मंदिर में पूजा अर्चना कर मां ताप्ती के पावन जल को कलश में समाहित कर चुनरी यात्रा का शुभारंभ हुआ। यात्रा में भगवान शिव और माता पार्वती की झांकी भी शामिल थी। यात्रा में शामिल  महिलाएं माता रानी के जयकारों के साथ सिर पर  जल कलश और चुनरी लेकर ताप्ती सरोवर की परिक्रमा करते हुए बाजे गाजे के साथ यज्ञ स्थल ज्ञानेश्वर शिव मंदिर पहुंची। जहां यज्ञशाला में जल कलश स्थापित कर माता रानी को चुनरी चढ़ाई गई।   मंदिर समिति के शिवा खंडेलवाल,विनोद ठाकरे, दिनेश गढ़ेकर,विवेक पवार,अमित पवार, विक्की साहू,जय साहू, डॉ कृष्णा धोटे सहित अन्य सदस्यों ने बताया 22 जनवरी रविवार से नौ कुंडीय सहस्त्र चंडी महायज्ञ प्रारंभ होगा। रोजाना सुबह 8 से 12 बजे तक पूजन और दोपहर 3.30 बजे से 6 बजे तक हवन  होगा। रोजाना सुबह 11 बजे से 1 बजे तक  श्रीरामचरितमानस परायण भी होगा।वही सर्व गृह बाधा निवारण सुख समृद्धि और कामना पूर्ति के लिए  27 से 29 जनवरी तक पार्थिव शिवलिंग निर्माण और पूजन अभिषेक होगा। शिवलिंग निर्माण सुबह 9 बजे से 10 बजे तक और सुबह 10 बजे से 10:45 बजे तक पूजन अभिषेक होगा। शिवलिंग निर्माण के लिए मंदिर में मिट्‌टी उपलब्ध रहेगी। श्रद्धालुओं को पूजन थाल,दूध,दही,शहद,गुड,फूल,बेलपत्र,दुर्वा, प्रसादी लेकर आना होगा। तीन दिन तक पूजन करने वाले भक्तों को अभिमंत्रित रूद्राक्ष का वितरण किया जाएगा। समिति के चंदू देशमुख ने बताया 30 जनवरी को यज्ञ अनुष्ठान की पूर्णाहुति और भंडारा प्रसादी के साथ  सहस्त्र चंडी महायज्ञ  का समापन होगा