बीजिंग । भारत-अमेरिका के सैन्य अभ्यास से तीन की त्योरियां चढ़ गईं हैं। चीन की सेना यानी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने शिनजियांग के ऊंचाई वाले इलाके में सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का टेस्ट किया है। इस मिसाइल टेस्ट के दौरान चीनी सेना ने एक विमान को टार्गेट बनाकर उसे गिरा दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक ये मिसाइल टेस्ट शिनजियांग सैन्य कमान ने किया है, जो भारत के साथ लगी सीमा की देखरेख करती है। चीन ने ये मिसाइल टेस्ट उस दिन किया जब भारत आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहा था।
मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया कि चीन के नेशनल टीवी चैनल के मुताबिक चीनी सेना ने शिनजियांग में सतह से हवा में मार करने वाली नई तरह की मिसाइल का लाइव फायर टेस्ट किया है। ये टेस्ट समुद्र तल से 4,500 मीटर की ऊंचाई पर किया गया है। लेकिन इस टेस्ट की तारीख का अपना महत्व है। ऐसा इसलिए क्योंकि जिस दिन चीन ने ये टेस्ट किया वह 15 अगस्त की तारीख थी। इस दिन जब भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा था तब चीन सीमा के करीब मिसाइल टेस्ट कर रहा था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मिलिट्री ऑब्जर्वर्स ने एक फुटेज के आधार पर इस मिसाइल को एचक्यू-17ए एयर डिफेंस सिस्टम माना है। ये मिसाइल एक एकीकृत प्रणाली का हिस्सा है, जो एक वाहन में फिट हो सकता है। माना जाता है कि इसे एक जगह से लाना ले जाना बहुत आसान है और ये बेहद सटीक है। चीन ने एक मिलिट्री ऑब्जर्वर के हवाले से लिखा, 'ये सैन्य अभ्यास चीन सीमा के पास भारत और अमेरिका के सैन्य अभ्यास के प्रतिरोध का प्रदर्शन है।' दरअसल इस समय भारत और अमेरिका की सेना युद्धाभ्यास कर रही हैं जो 27 अगस्त तक चलेगा।
रिपोर्ट में कहा गया कि कम ऊंचाई पर उड़ रहे एक विमान को पहले टार्गेट बनाया गया। पहले ही प्रयास में मिसाइल ने टार्गेट को हिट किया। सिस्टम के ऑपरेटरों ने इसके बाद एक मजबूत इलेक्ट्रो मैग्नेटिक फील्ड के बावजूद भी दूसरे टारगेट को मार गिराया। पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में भारत और चीन के बीच चल रहे सैन्य तनाव की पृष्ठभूमि में ये मिलिट्री एक्सरसाइज हुई है। एलएसी पर दोनों ओर से हजारों सैनिक तैनात हैं। एचक्यू-17ए पहली बार 2019 में पब्लिक के सामने आया था।