भोपाल ।   समूचा उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है। वहां से लगातार सर्द हवाओं के साथ ही कोहरा भी आ रहा है। इस वजह से प्रदेश के आधे से अधिक शहर सुबह के समय कोहरा की चपेट में आ रहे हैं। इस वजह से दृश्यता भी प्रभावित हो रही है और दिन का तापमान भी लुढ़कने लगा है। मंगलवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, भोपाल संभाग के जिलों में घना कोहरा बना रहा। राजधानी भोपाल में सुबह के समय दृश्यता 10 मीटर रह गई थी।

वर्षा होने की संभावना

उधर, प्रदेश में सबसे कम 10 डिग्री सेल्सियस तापमान ग्वालियर एवं खजुराहो में दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मंगलवार को ग्वालियर में तीव्र शीतल दिन एवं खजुराहो में शीतल दिन रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बुधवार को नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल, सागर, ग्वालियर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है।

कोहरा बना रहने की संभावना

मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि प्रदेश के उत्तरी भाग में लगातार कोहरा बना हुआ है। अभी दो दिन तक भोपाल, सागर, रीवा, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में सुबह के समय कोहरा बना रहने की संभावना है। वर्तमान में अरब सागर में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। दो दिन में उसके गहरे कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। उसके प्रभाव से छह जनवरी से प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा का सिलसिला शुरू हो सकता है।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश से दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश तक एक द्रोणिका बनी हुई है। हवाओं का रुख अभी उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। उत्तर भारत की तरफ से हवाओं के साथ कोहरा भी आ रहा है। इस वजह से प्रदेश के उत्तरी भाग में घना कोहरा छा रहा है।