इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में सरकारी महाराजा तुकोजीराव अस्पताल (एमटीएच) में दो नवजात शिशुओं की मौत पर माता-पिता द्वारा किए गए हंगामे के बाद कथित लापरवाही का एक और मामला सामने आया है, जिसमें दो शिशुओं के शव उनके परिवारों को सौंपे जाने के दौरान आपस में बदल गए।

नर्स निलंबित, तीन डॉक्टरों को भेजा गया नोटिस

एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि गुरुवार की घटना के बाद एक नर्स को निलंबित कर दिया गया है और तीन डॉक्टरों को नोटिस भेजकर उनसे जवाब मांगा गया है। एमटीएच शहर में सरकार द्वारा संचालित महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के अधीन है। कॉलेज के डॉ. संजय दीक्षित ने बताया, खरगोन के एक परिवार की नवजात लड़की के शव को उज्जैन के एक परिवार के बच्चे के शव से बदल दिया गया और गुरुवार को सौंप दिया गया। इस घोर लापरवाही के आलोक में एमटीएच नर्स मुस्कान राठौड़ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

डॉक्टरों से मांगा गया जवाब

एमटीएच के स्त्री रोग विभाग के प्रमुख डॉ. नीलेश दलाल, बाल रोग विभाग की प्रमुख डॉ. प्रीति मालपानी और नवजात शिशु विशेष देखभाल इकाई (एसएनसीयू) के प्रभारी डॉ. सुनील आर्य को नोटिस जारी कर पूछा गया है कि अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों की जानी चाहिए? यह कहा गया कि शवों की अदला-बदली के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि जैसे ही उन्हें गलती का एहसास हुआ, एमटीएच कर्मचारियों ने संबंधित परिवारों को फोन किया और शवों को वापस लाने के बाद गलती को सुधार लिया गया। 

शिशुओं की मौत के बाद हुआ हंगामा

इससे पहले, एमटीएच में 24 घंटे के अंदर दो नवजात शिशुओं की मौत के बाद गुरुवार को अभिभावकों और रिश्तेदारों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बच्चों को दूषित दूध दिया गया, अस्पताल प्रबंधन ने इस आरोप से इनकार किया है। एमटीएच को राज्य में मातृ एवं शिशु देखभाल और उपचार प्रदान करने वाले सबसे बड़े अस्पतालों में गिना जाता है। इस अस्पताल पर इलाज में लापरवाही के कारण नवजातों की मौत का आरोप लगाते हुए गुरुवार को परिजनों ने जमकर हंगामा किया।