*नीली क्रान्ति का अवलोकन*

भैंसदेही आदिवासी अंचल में विदेशी तकनीकी से बने आर ए एस सिस्टम मत्स्य पालन को
जानने और समझने के लिए बैतूल कलेक्टर अमनवीर सिंह बैस दि. 5.01.2022 को
पीयूष बारस्कर भैंसदेही के प्लान्ट पर आये और इन्होंने लगभग एक घन्टे से अधिक समय
देकर पीयूष बारस्कर से आर ए एस सिस्टम कैसा काम करता उत्पादन कितना होगा
कितने दिनों में होगा कौन कौनसी प्रजाति की मछलियों का पालन किया जा रहा हैं कौन
कौनसी बिमारियां होती हैं एवं उपचार, विभिन्न प्रकार की मशीने जो स्वयं आपने निर्मित की
है आदि तकनीकी जानकारी सर ने प्राप्त की और कहा की भविष्य में नीली क्रान्ति हमारे
देश के लिये आधार स्तंभ होगी ज्ञात हो पीयूष बारस्कर विदेश से शिक्षा प्राप्त कर भारत
आये और भैंसदेही में आर ए एस सिस्टम प्रारंभ किया जिससे क्षेत्र के लोगों को रोजगार
भी मिला । पीयूष बारस्कर एवं इनके छोटे भाई डा. आदित्य बारस्कर (जापान) दोनो ने
मिलकर एन्ट्रापी रिसर्च एंड डेवलपमेंट कंपनी खोली हैं इस कंपनी द्वारा नये नये प्रयोग
किये जाते है। पीयूष बारस्कर को कलेक्टर सर ने नये नये प्रोजेक्ट तैयार करने के लिये
प्रोत्साहित किया।