नई दिल्ली । भाजपा ने कांग्रेस मतलब दरबारवाद और परिवारवाद का आरोप लगाकर कहा है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की सबसे पुरानी पार्टी होने का दम भरने वाली कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र इतना मजबूत नहीं है कि वह नेहरू गांधी परिवार से अलग कोई दूसरा चेहरा अपने नेतृत्व के लिए चुन सके। भाजपा ने घमंडिया फाइल्स अभियान के तहत 14वें एपिसोड में 4 मिनट 52 सेकंड का वीडियो जारी किया जिसमें पार्टी ने नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक के प्रधानमंत्री बनने के प्रकरण, नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक कांग्रेस की कमान सिर्फ नेहरू गांधी परिवार के ही हाथ में रहने, 1984 में राजीव गांधी द्वारा दंगे पर दिए गए बयान, आजादी के बाद से ही कांग्रेस सरकारों में हुए घोटाले, पार्टी की कमान अपने परिवार के हाथ में ही रखने के लिए षड्यंत्र रचने का जिक्र करते हुए कई आरोप लगाए गए हैं।
कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद के पुराने बयान को दिखाकर भाजपा ने आरोप लगाया कि देश के बड़े पदों पर आसीन होने के लिए भी योग्यता नहीं बल्कि नेहरू गांधी परिवार का बर्थ सर्टिफिकेट ही काफी होता है, नहीं तब राहुल गांधी की कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में ताजपोशी से पहले हर दावेदार को हटा नहीं दिया जाता। पार्टी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस में गांधी परिवार के खिलाफ कोई आवाज उठाता भी है, तब उस पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है या चुप करवाया जाता है। नेहरू गांधी परिवार के खिलाफ आवाज ना उठाना ही कांग्रेस की संस्कृति रही है। सोनिया और राहुल गांधी के जमानत पर होने की बात कहते हुए भाजपा ने वीडियो में रॉबर्ट वाड्रा पर भी गंभीर आरोप लगाकर कहा कि अब रॉबर्ट वाड्रा भी सांसद बनने के सपने देख रहे हैं और उनके बेटे को भी वारिस बताया जा रहा है।