रायपुर | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को 'मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ी पर्व सम्मान निधि योजना' का शुभारंभ करेंगे। इस योजना का उद्देयश्य सामुदायिक विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्रों के तीज त्यौहार, संस्कृति और परंपरा को संरक्षित करने का है। इसके तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत को 10-10 हजार रुपये की राशि दो किश्तों में दी जाएगी। इससे पहले मुख्यमंत्री बघेल और प्रियंका गांधी ने जगदलपुर में 13 अप्रैल को आयोजित भरोसा सम्मेलन में 'मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना' की शुरुआत की थी।

वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से प्रारंभ की जा रही योजना का उद्देश्य गैर-अनुसूचित ग्रामीण क्षेत्रों के तीज-त्यौहारों की संस्कृति व परंपरा को संरक्षित करना है। इन त्यौहारों, उत्सवों का मूल स्वरूप में आगामी पीढ़ी को हस्तांतरण और सांस्कृतिक परंपराओं का अभिलेखन किया जाएगा। सामुदायिक क्षेत्रों के गांवों में स्थानीय उत्सवों, त्यौहारों, मेला-मड़ई का विशेष महत्व रहता है। ऐसे सभी उत्सवों, त्यौहारों, सांस्कृतिक परंपराओं को संरक्षित करने के उद्देश्य से प्रत्येक ग्राम पंचायत को राशि उपलब्ध कराई जाएगी।