खस्ताहाल सड़क पर भीम सेना ने रोपा बेशरम का पौधा

दी चेतावनी: सुधार कार्य नहीं होने पर जनप्रतिनिधियों अधिकारियों को गिफ्ट में देंगे बेशरम के पौधे 

 

बैतूल। शहर की अधिकांश सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। सड़कों में बड़े-बड़े गहरे गड्ढे हो गए हैं यहां पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। सड़क का सुधार कार्य नहीं होने पर शनिवार को भीम सेना ने गंज अंडर ब्रिज के पास बने सीमेंट रोड पर बेशरम के पौधे खड़े किए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही सभी ने जल्द सड़क सुधार कराने की बात कही, अन्यथा अधिकारियाें जनप्रतिनिधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र ही सड़क का सुधार कार्य नहीं होता है तो बेशरम के पौधे उन्हें गिफ्ट करेंगे। भीम सेना के जिला अध्यक्ष रवि सिंगारे ने प्रशासन को चेताया एवं कहा कि यदि शीघ्र मांग पूरी नहीं हुई तो बेशरम लेकर अधिकारी-जनप्रतिनिधियों के घर जाएंगे और उन्हें गिफ्ट करेंगे। राहगीरों ने भी अपनी पीड़ा बताई एवं समस्याओं को उजागर किया।

राहगीरों ने बताया कि रोड खराब होने की वजह से बहुत समस्याएं जाती हैं, कई लोग दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। कई बार इस सड़क पर हादसे हो गए है। गौरतलब है कि शहर में अन्य सड़कों के भी यही हाल है सड़क में गड्ढे ही गड्ढे हो गए हैं। गड्ढों के कारण वाहन चालकाें को मुसीबत हो रही है। प्रमुख सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटनाओं का सबब बन रहे है। लगातार शासन प्रशासन से रोड पर हुए गड्ढों की मरम्मत के कार्य के लिए आवेदन एवं निवेदन किए जा रहे हैं। इसके बावजूद भी शासन और प्रशासन कुंभकरणीय नींद से नहीं जाग रहा। इसी समस्या को देखते हुए भीम सेना ने गंज अंडर ब्रिज के पास बने सीमेंट रोड पर बेशरम के पौधे खड़े कर प्रशासन का ध्यान आकर्षण किया।

--सड़क की रॉड से भष्ट हो रहे टायर--

भीम सैनिकों ने बताया गंज स्थित अंडर ब्रिज की सड़क के नीचे बिछाई जाने वाली लोहे की राड तक ऊपर आ गई है। लगभग 5 फीट लंबा और 5 फीट चौड़ा गड्ढा हो गया है। आए दिन वाहन चालक गिरते हैं, दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। लोहे की राड से वाहनों के टायर भष्ट हो जाते हैं, इसलिए उन गड्ढों में भीम सेना के सदस्यों ने बेशरम के पौधों का रोपण किया जिससे कि शासन प्रशासन कि कुंभकरणीय नींद खुले और गड्ढों की मरम्मत कराए, लोगों की जान माल की सुरक्षा करें। भीम सेना के जिला अध्यक्ष रवि सिंगारे ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि 7 दिनों के अंदर सड़क का मरम्मत का कार्य नहीं किया जाता है तो भीम सेना आंदोलन का रास्ता अपनाएगी जिसकी पूरी जवाबदारी शासन और प्रशासन की होगी।