बैतूल कलेक्टर ने स्कूली बच्चों की समस्या का मौके पर ही किया समाधान

बैतूल कलेक्टर ने स्कूली बच्चों की समस्या का मौके पर ही किया समाधान
प्रवेश से वंचित बच्चों को मिला हक, खुश हुए छात्र और अभिभावक
बैतूल, – नवीन शिक्षण सत्र की शुरुआत से पहले जहां बच्चे नई कक्षा में जाने के लिए उत्साहित रहते हैं, वहीं आठनेर ब्लॉक के ग्राम सातनेर के कुछ बच्चों को उस समय निराशा हाथ लगी जब उन्हें 8वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बावजूद 9वीं में प्रवेश नहीं दिया गया। कारण बताया गया – बच्चों की उम्र 14 वर्ष से कम होना।
इस समस्या को लेकर ग्राम सातनेर के शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल के 8 विद्यार्थी अपने अभिभावकों के साथ गुरुवार को कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी से मिलने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने सभी बच्चों और उनके परिजनों को अपने कक्ष में बैठाकर पूरी बात गंभीरता से सुनी।
छात्रों ने बताया कि उनकी उम्र 13 वर्ष है और 8वीं उत्तीर्ण कर चुके हैं, फिर भी स्कूल के प्राचार्य उन्हें यह कहकर प्रवेश नहीं दे रहे कि जब तक वे 14 वर्ष के नहीं हो जाते, तब तक उन्हें 9वीं कक्षा में प्रवेश नहीं मिलेगा। छात्रों ने बताया कि ऐसे लगभग 22 विद्यार्थी है। जिन्हें प्रवेश नहीं दिया जा रहा हैं।
कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य श्री विवेक पांडे एवं जिला शिक्षा अधिकारी श्री अनिल सिंह कुशवाहा को तलब कर समस्या का मौके पर ही निराकरण करने के निर्देश दिए। जांच में पाया गया कि विद्यालय प्राचार्य को प्रवेश नियमों की सही जानकारी नहीं थी, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई।
कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि ऐसे सभी विद्यार्थी जिन्हें उम्र के आधार पर प्रवेश से वंचित किया गया है, उन्हें तत्काल प्रवेश दिया जाए। बच्चों के सामने ही समस्या का निराकरण हुआ, जिससे छात्र और अभिभावक काफी प्रसन्न हुए।
कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने बच्चों को चॉकलेट देकर उनका मुंह मीठा कराया और कहा कि वे निश्चिंत होकर पढ़ाई करें। बच्चे खुशी-खुशी अपने गांव लौटे और कहा कि अब वे पूरे उत्साह से स्कूल जा सकेंगे।