इंदौर ।     पूर्व विधायक अश्विन जोशी ने भी फिर से टिकट के लिए फिल्डिंग जमाना शुरू कर दी है। अश्विन सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ से मिलने भोपाल भी गए थे। उधर भाजपा में भी गोपीकृष्ण नेमा के साथ उषा ठाकुर का नाम भी दावेदारों में शामिल है। तीन नंबर विधानसभा से पांच साल पहले अपने राजनीतिक कैरियर की शुरूआत करने वाले आकाश विजयवर्गीय का फिर चुनाव लड़ने का दावा पिता कैलाश विजयवर्गीय को एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से टिकट मिलने के साथ कमजोर हो गया। इसके बाद तीन नंबर विधानसभा में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदले है। कांग्रेस में पहले पिंटू जोशी टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे,लेकिन अब अरविंद बागड़ी भी टिकट पाने के लिए पूरा जोर लगा रहे है।

उधर पूर्व विधायक अश्विन जोशी ने भी फिर से टिकट के लिए फिल्डिंग जमाना शुरू कर दी है। वे लगातार 15 साल इस सीट से विधायक रह चुके है। अश्विन सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ से मिलने भोपाल भी गए थे। भाजपा में भी गोपीकृष्ण नेमा के साथ उषा ठाकुर का नाम भी दावेदारों की सूची में सबसे आगे है। नेमा को 15 साल पहले पार्टी ने टिकट दिया था, लेकिन वे एक हजार वोटों के अंतर से चुनाव हार गए थे। योग्य स्थानीय उम्मीदवार नहीं होने से भाजपा पिछले दस वर्षों से बाहरी उम्मीदवार को टिकट दे रही है। इस बार भी स्थानीय उम्मीदवार संगठन की नजर में ज्यादा दमदार नजर नहीं आ रहे है। पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के पुत्र मंदार महाजन का नाम भी दावेदारों की लिस्ट में है, लेकिन वे पहले से इस विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय नहीं हुए।

वैश्य वोटबैंक के भरोसे बागड़ी

तीन नंबर विधानसभा के दो वार्डों में वैश्य समाज का वोटबैंक है। उसके भरोसे बागाड़ी टिकट मांग रहे है। इस विधानसभा क्षेत्र में पौने दो लाख वोटर है। उनमें से 25 हजार से ज्यादा अल्पसंख्यक वोटर है। उधर विधानसभा जोशी परिवार की पैठ रही है, लेकिन बीते दस वर्षों से यहां भाजपा के उम्मीदवार जीत रहे है।