चोपना क्षेत्र में फिर धोखाधड़ी का मामला: गरीब किसान से 1.90 लाख की ठगी


पुलिस अधीक्षक से की गई शिकायत, अनावेदकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग

चोपना क्षेत्र में बंटी-बबली की तरह धोखाधड़ी करने वाला गिरोह सक्रिय

फोटो - आवेदक

बैतूल। जिले में लगातार धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। चोपना क्षेत्र में बंटी-बबली की तरह धोखाधड़ी करने वाला गिरोह सक्रिय हो गया हैं। अनावेदक शुभंकर, सूरज, और अनारती ने एक गरीब किसान को जमीन के मामले में मदद का झांसा देकर 1.90 लाख रुपये की ठगी की। किसान निप्पद ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। धोखाधड़ी का ये मामला गरीब किसान के लिए असहनीय साबित हो रहे हैं।

-- जमीन विवाद का फायदा उठाकर ठगी-- 

आवेदक निप्पद, ग्राम चोपना 2 नंबर के निवासी हैं, निप्पद ने बताया कि उनके जमीन संबंधित केस शाहपुर के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के पास लंबित था। अनावेदक गण शुभंकर पिता निखिल राय, सूरज पिता निखिल राय, और अनारती पति शुभंकर राय ने उनसे कहा कि उनके एसडीएम साहब से अच्छे संबंध हैं और वे उनके केस को पक्ष में करवा सकते हैं। इसके लिए उन्होंने दो लाख रुपये की मांग की। निप्पद ने बताया कि उन्होंने पहले 70 हजार रुपये 7 जनवरी 2023 को शुभंकर को दिए। इसके बाद 20 हजार रुपये नगद 9 जनवरी 2023 को अनारती राय को दिए। 24 जनवरी 2023 को उन्होंने 1 लाख रुपये नगद शुभंकर और सूरज के सामने दिए। अनावेदकगणों ने आश्वासन दिया कि उनका काम आठ दिन में हो जाएगा। दो महीने बीत जाने के बाद भी जब कोई काम नहीं हुआ, तो निप्पद को एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। उन्होंने जब अपना पैसा वापस मांगा, तो अनावेदकगणों ने समय मांगा और आश्वासन दिया कि जल्द ही पैसे लौटा देंगे। 

-- अनावेदक झूठे केस में फसाने की दे रहे धमकी-- 

19 अप्रैल 2024 को जब निप्पद ने पुनः पैसे मांगे, तो अनावेदकगणों ने उन्हें धमकियां दीं। उन्होंने कहा कि अगर बार-बार पैसे मांगे, तो झूठे केस में फंसा देंगे। चोपना थाने में उनकी पहचान है और वे एसपी से सीधे बात कर सकते हैं। निप्पद ने पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया है कि अनावेदकगणों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। उनके लिए यह राशि बहुत बड़ी है और इस ठगी ने उन्हें असहनीय क्षति पहुंचाई है। उनका कहना है कि प्रशासन को इस प्रकार के धोखाधड़ी के मामलों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि गरीब और मेहनती लोगों को न्याय मिल सके।