झल्लार पुलिस के खिलाफ अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप

झल्लार पुलिस के खिलाफ अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप
मारपीट के मामले में पीड़ित पक्ष ने एसपी से की शिकायत, उचित कार्रवाई की मांग
बैतूल। झल्लार थाना क्षेत्र अंतर्गत शराब, सट्टा, जुआ जैसे अवैध कारोबार में लिप्त लोगों ने सरेआम खेत में जाकर लाठी, डंडे, कुल्हाड़ी से मारपीट की। इस मामले में पीड़ित ने झल्लार पुलिस के खिलाफ अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
शिकायतकर्ता अलकेश पिता रामकिशोर मंसूरे ने बताया वह खेत में काम कर रहे थे। इसी दौरान यह घटना हुई। शिकायतकर्ता ने इस मामले में झल्लार पुलिस के खिलाफ घटना अनुसार एफआईआर ना लिखने एवं दोषियों से सांठ गांठ कर काउंटर मामला बनाने का आरोप लगाया। पीड़ित पिता पुत्र ने पुलिस अधीक्षक से इस पूरे मामले की शिकायत कर कार्यवाही की मांग की। पीड़ित राकेश मंसूरे ने बताया कि 16 मार्च को 12 बजे अनावेदक युवराज नागले, रूपेश नागले, जगदेव, जगदीश, बलवंत एक राय होकर करीबन 15-20 लोगो को लेकर हाथ में लठ, कुल्हाडी लेकर आए, उस समय पिता रामकिशोर, भाई राकेश मंसूरे, मित्र गोपाल सोनी, गोलू यादव, संतोष यादव खेत पर ही थे। अनावेदकों ने मारपीट करना शुरू कर दिया। 100 नंबर पुलिस को फोन करने पर नही आई, जब थाना झल्लार पहुंचे तो युवराज नागले वहां कुछ महिलाओं को लेकर झूठी एफआईआर करने पहुंच गया। थाना झल्लार पुलिस पीड़ित पक्ष को डराने धमकाने लगे और अनावेदकों की एफआईआर लिखने लगे, जब पीड़ित पक्ष ने वास्तविकता बताई तो काउंटर मामला बना दिया, जबकि युवराज नागले उनके खेत में हथियार सहित एक राय होकर जान से मारने की नियत से मारपीट करने आया था। लेकिन झल्लार पुलिस ने वास्तविकता जाने बिना पीड़ित पक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी। पीड़ित अलकेश मंसूरे ने बताया कि हमारे द्वारा जमीन के कागज, सीसीटी फुटेज, नुकसानी एवं फोटोग्राफ बताने पर भी एफआईआर की कापी देकर थाने से भगा दिया। 17 मार्च को पुलिस मौके पर नक्शा बनाने आई, लेकिन नुकसानी बताने पर नकुसानी पंचनामा नहीं बनाया। पीड़ित का कहना है कि युवराज नागले से उनको जानमाल का खतरा बना हुआ है। खेत आने जाने पर कभी भी कोई अप्रिय घटना कारित हो सकती है। झल्लार पुलिस अनावेदक युवराज नागले को संरक्षण प्रदान कर रही है। जबकि युवराज खेत आने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है। पीड़ित पक्ष ने पुलिस अधीक्षक से आग्रह किया है कि दबंगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। शिकायत की प्रतिलिपि आई.जी. नर्मदापुरम, मानव अधिकार आयोग भोपाल, डी.आई.जी. भोपाल को भी प्रेषित की गई है।
-- अवैध कारोबार में लिप्त है अनावेदक--
शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके पूर्व में कई बार विवाद होने पर थाना झल्लार में शिकायत की गई थी। जिस पर थाना झल्लार पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नही की, जिस कारण युवराज नागले के हौसले बुलंद हो गए। युवराज नागले आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है, जिसका शराब, जुआ, सट्टा चलाने का अवैध कारोबार है। थाना झल्लार पुलिस से जान पहचान होने से उसका दबदबा थाना में भी रहता है। पुलिस हमेशा उसका ही सहयोग करती है। प्रार्थी को कहती है कि तुम सिविल न्यायालय में केस डाल दो। आवेदक ने बताया कि उनके स्वामित्व की कृषि भूमि मौजा दादूढाना जोड केरपानी झल्लार में स्थित है। उन्होंने सीमाकंन कर मेढबंदी की थी। नक्शा कटने के उपरांत वहा से रास्ता निकल गया है, जिसके कारण युवराज नागले अपनी जमीन बताकर डराता धमकाता रहता है जबकि युवराज नागले की कोई जमीन नही है। युवराज ने अवैध जमीन पर पक्की दुकान बना रखी है।