इंदौर ।   मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के आदेश के बाद खुले में मांस बेचने वालों के खिलाफ पूरे प्रदेश में कार्रवाई शुरू हो गई है। हालांकि इंदौर में दर्जनों स्थानों पर खुले में मांस बिक रहा है। इंदौर को यह स्वीकार्य नहीं है। नगर निगम ने एक दिन पहले गुरुवार को 55 से ज्यादा दुकान संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की थी। यह बात भी सामने आई थी कि जिन दुकानों पर खुले में मटन, मछली और चिकन बिक रहा है, उनमें से ज्यादातर अवैध हैं। यानी इन दुकानदारों ने निगम से व्यापार का लाइसेंस नहीं लिया है। ज्यादातर दुकानें सड़क और फुटपाथ पर संचालित हो रही हैं। नगर निगम ने कुछ दुकानों को बंद भी करवाया है।

चौंकाने वाली बात यह है कि नगर निगम मुख्यालय से चंद कदम की दूरी पर खुले में मांस बिक रहा है। नईदुनिया टीम ने शुक्रवार को शहर के अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा किया तो पता चला कि निगम मुख्यालय के सामने शांति पथ पर संचालित होने वाली मांस की दुकानों पर नियमों का पालन नहीं हो रहा है। यहां न काला कांच लगाया गया न जाली या पर्दा। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो रही। बंगाली चौराहा, चंदन नगर सहित कई क्षेत्रों में खुले में मांस बिकते पाया गया।

इनका कहना है 

तीन दिन के बाद करेंगे सख्ती

खुले में मांस की बिक्री पहले ही से प्रतिबंधित है। अब इस नियम का सख्ती से पालन करवा रहे हैं। हमने दुकानदारों को तीन दिन का समय दिया है। हम चाहते हैं कि वे खुद ही नियमानुसार व्यापार शुरू कर दें। चेतावनी के बावजूद सुधार नहीं किया गया तो फिर सख्ती करेंगे।

- महापौर पुष्यमित्र भार्गव