नई दिल्ली । 18 साल की अवधि के लिए अदाणी ग्रीन एनर्जी अमेरिकी डॉलर मूल्यवर्ग वाले बांड जारी करके 409 मिलियन डॉलर जुटाने जा रही है। यह जानकारी कंपनी ने मंगलवार को एक नियामक फाइलिंग के दौरान दी। इसके पहले पता चला था कि अदाणी ग्रीन एनर्जी ने मार्च में डॉलर बांड के माध्यम से लगभग 500 मिलियन डॉलर जुटाने का लक्ष्य रखा था, जो एक साल में अदाणी समूह की कंपनी द्वारा विदेशी बांड बाजार में पहली वापसी थी। कंपनी ने कहा कि बांड जारी करना बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है, जिसकी औसत बांड लाइफ लगभग 12.7 वर्ष है। एजेल 2024 में देय 500 मिलियन डॉलर के 6.25 प्र‎तिशत सीनियर सिक्योर्ड नोट को रीफाइनेंस करने के लिए इस पैसे का उपयोग करेगा जो 10 जून 2019 को जारी किया जाएगा। अदाणी ग्रीन एनर्जी ने बांड जारी करने के लिए 11 बैंकों को नियुक्त किया है। इनमें बार्कलेज, डीबीएस बैंक, डॉयचे बैंक, एमिरेट्स एनबीडी बैंक, फर्स्ट अबू धाबी बैंक, आईएनजी बैंक, इंटेसा सैनपोलो, एमयूएफजी सिक्योरिटीज एशिया, एसएमबीसी निक्को सिक्योरिटीज, सोसाइटी जेनरल और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक शामिल हैं।
इन बैंकों को जॉइंट बुक रनर कहा जाएगा। ये बैंक एजेल को बांड बेचने में मदद करेंगे। बताया जा रहा है ‎कि आय निवेशक बैठकें 28 फरवरी से शुरू होंगी। ये बैठकें एशिया, मध्य पूर्व, यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में आयोजित की जाएंगी। फिच रेटिंग्स ने अदाणी ग्रीन एनर्जी के प्रस्तावित 18 साल के बांड को ‘बीबीबी-(ईएक्सपी)’ रेटिंग दी है। यह रेटिंग 2042 तक स्थिर दृष्टिकोण के साथ दी गई है। यह रेटिंग दर्शाती है कि बांड निवेशकों के लिए मध्यम जोखिम वाला निवेश है। हालां‎कि जनवरी 2023 में, अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी समूह पर एक रिपोर्ट जारी करने के दौरान कई आरोप लगाए गए थे। इन आरोपों के कारण अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों और विदेशी लिस्टेड बांडों में बिकवाली हुई। ‎जिसके बांद कंपनी को ‎विदेशी मुद्रा बांड से पीछे हटना पड़ा ‎था।