*सुबह 5 बजे मां ताप्ती  मंदिर में हुआ अभिषेक, दोपहर 12 बजे जन्मोत्सव कथा प्रस्तुति के उपरांत  मां ताप्ती को लगाया 56 भोग*

मुलताई✍️ विजय खन्ना


पुण्यसलिला सूर्यपुत्री मां ताप्ती के जन्मोत्सव का शुभारंभ रविवार को प्रातः कालीन बेला में सुबह 5 बजे मातारानी की प्रतिमा के अभिषेक अनुष्ठान के साथ हुआ। मंत्रों के उच्चारण के साथ मां ताप्ती का अभिषेक किया गया। उसके उपरांत सुबह 6 बजे मां ताप्ती की प्रतिमा का विशेष श्रृंगार कर आरती संपन्न हुई। सुबह 9 बजे मां ताप्ती जन्मोत्सव समिति द्वारा दोनों ताप्ती मंदिरों में पूजन कर सरोवर के मध्य ध्वजारोहण किया गया ।उसके उपरांत सुबह 11 बजे से ताप्ती मंदिर में विशेष पूजन के साथ जन्मोत्सव की कथा सुनाई गई। बीते 19 जून से मंदिर परिसर में ताप्ती मंदिर के परंपरागत पुजारी पंडित सौरभ जोशी द्वारा प्रतिदिन रात 7 बजे से रात 10 बजे तक हिंदी तापी पुराण  कथा का वाचन किया जा रहा था ।वही पंडित राजू चौबे द्वारा दोपहर में मराठी तापी पुराण की कथा सुनाई जा रही थी।  दोपहर ठीक 12 बजे पंडित सौरभ जोशी ने मां ताप्ती की जन्म कथा का वाचन किया  उसके बाद मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने जयकारों के साथ मां ताप्ती को जन्म की बधाई देते हुए मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। साथ ही मां ताप्ती को 56 भोग अर्पित कर महाआरती संपन्न हुई। जन्मोत्सव के अवसर पर प्रतिमाह सप्तमी तिथि पर सरोवर की परिक्रमा और पूजन करने वाली समिति ने रविवार सुबह  भजन   गाते हुए सरोवर की परिक्रमा कर सभी मंदिरों में पूजन किया। वही सूर्यपुत्री मां ताप्ती तीर्थ न्यास के कार्यकर्ताओं ने  बाजे गाजे के साथ जयकारे लगाते हुए पावन सरोवर की दंडवत परिक्रमा की। जन्मोत्सव के चलते अलसुबह से ही मां ताप्ती सरोवर के तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगने लगी थी ।अलसुबह से ही श्रद्धालुओं ने पावन ताप्ती सरोवर में स्नान किया साथ ही मंदिरों में पूजा अर्चना की । जन्मोत्सव के अवसर पर मां ताप्ती मंदिर को फूलों से सुसज्जित किया गया। जिसके चलते मंदिर की आकर्षक छटा दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर रही है।  जन्मोत्सव के अवसर पर श्री खाटू श्याम मित्र मंडल  सोनोली मंदिर द्वारा श्रद्धालुओं को मां ताप्ती और बाबा खाटू श्याम की फोटो प्रसादी स्वरूप वितरित की गई। वही समाजसेवी लोकेश गिदकर और उनकी टीम द्वारा 21हजार ताप्ती जल बोतल का वितरण श्रद्धालुओं को किया गया। जन्मोत्सव के अवसर पर नगर में जगह जगह भंडारे लगे हुए हैं जहां श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण किया जा रहा है। समाचार लिखे जाने तक परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ बनी हुई है।