*ताप्ती सरोवर के परिक्रमा मार्ग के प्रवेश द्वार पर गुरुनानक देवजी के मुलताई आगमन की जानकारी देने वाले बोर्ड का हुआ लोकार्पण*

 मुलताई✍️ विजय खन्ना


पुण्यसलिला सूर्यपुत्री मां ताप्ती के उदगम स्थल पर सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक साहिब जी के आगमन की ऐतिहासिक जानकारी देने वाला बोर्ड   नगरपालिका द्वारा परिक्रमा मार्ग के प्रवेश द्वार के समीप लगाया गया है। सोमवार को विधायक चंद्रशेखर देशमुख, नगर पालिका अध्यक्ष वर्षा  गढ़ेकर  ने   पूजा अर्चना कर बोर्ड का लोकार्पण किया।  इस दौरान उपस्थित सिख संगत के साथ उपस्थिति  नागरिकों ने जो बोले सो निहाल, सतश्री अकाल,  का  जयकारा लगाया। लोकार्पण कार्यक्रम में नपा अध्यक्ष श्रीमती  गढ़ेकर ने कहा हमारा यह सौभाग्य है कि पूजनीय गुरुनानक देवजी के पावन चरण  मुलताई की  भूमि पर पड़े थे । इस ऐतिहासिक और पौराणिक जानकारी से युवा पीढ़ी और ताप्ती सरोवर में स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालु अवगत हो। इस उद्देश्य से यह सूचना फलक लगाया है। कार्यक्रम में अधिवक्ता हरप्रीत कौर खुराना ने कहा गुरुनानक साहिब के मुलताई आगमन को दृष्टिगत रखते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नवंबर 2007 में गुरु नानक साहिबजी के प्रकाश पर्व पर भोपाल  में आयोजित कार्यक्रम में मुलताई को सिख  आस्था नगरी घोषित किया था। लेकिन इस घोषणा के बाद अभी तक यह जानकारी राजपत्र में प्रकाशित नहीं हुई है और इस घोषणा के अनुसार मुलताई को विकास की कोई सौगात नहीं मिली है। हरप्रीत ने विधायक श्री देशमुख से इस संबंध में प्रयास करने का अनुरोध किया। कार्यक्रम में विधायक श्री देशमुख ने कहा मां ताप्ती का उदगम स्थल होने से जहां मुलताई पौराणिक नगरी के रूप में जानी जाती है। वही मुलताई में गुरुनानक देवजी का आगमन भी हम सब के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।श्री देशमुख ने कहा पूर्व में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई सिख आस्था नगरी की घोषणा को मूर्तरूप देने के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे और सब मिलकर पवित्र नगरी के सर्वांगीण विकास  को गति देंगें। कार्यक्रम में सभापति रितेश विश्वकर्मा ,अजय यादव, महेंद्र जैन, पंजाबराव चिकाने, शिल्पा शर्मा, कुसुम पवार , भाजपा नेता जगदीश पी एल पवार,मनीष  माथनकर, जयदीप ठाकरे, कीर्ति यादव,  गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार जसबीर सिंघ, सरदार कश्मीर सिंघ, सरदार आजाद सिंघ, सरदार रतन सिंघ, सरदार सुखबीर सिंघ, विजय खन्ना, हनी खुराना, निखिल खत्री  ,बिशन सिंग पंजाबी, नपा सीएमओ आर के इवनाती,उपयंत्री योगेश आनेराव सहित सिख समाज की महिला संगत की उपस्थिति रही।

*1515 में गुरुनानक देवजी का मुलताई में हुआ था आगमन*

गौरतलब है कि  प्राचीन सरकारी रिकॉर्ड में गुरु नानक देव जी के प्रदेश में भ्रमण का ब्यौरा दर्ज है। जिसके अनुसार फरवरी 1514 में गुरु नानक साहब ग्वालियर में आए वहां से रायसेन के राजा के 14 दिन महल में रहे फिर भोपाल पहुंचकर वहां दो माह टेकरी पर रुकने के बाद होशंगाबाद पहुंचे जहां से जबलपुर होते हुए अमरकंटक गए और 1515 में नवंबर माह में गाडरवारा सोहागपुर होते हुए मुलताई पहुंचे थे ।जहां 14 दिन ताप्ती नदी के किनारे विश्राम करने के बाद नागपुर की ओर रवाना हुए थे।