नई दिल्ली। समूचे उत्तर भारत और मध्य भारत के कई हिस्सों में फिलहाल भीषण गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं है। उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों ने शनिवार को भी लू के थपेड़े झेले। हीटवेव को लेकर मौसम विभाग ने भी कहा है कि 13 जून तक अभी ऐसी ही गर्मी पड़ने की संभावा है।  भारत मौसम विज्ञान (आईएमडी) ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बिहार और झारखंड के इलाकों में लू का प्रकोप दो दिन तक जारी रहेगा। राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड और उत्तरप्रदेश  के कुछ हिस्सों में शनिवार को लू की स्थिति बनी रही और बांदा (उत्तर प्रदेश) 46.2 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ देश का सबसे गर्म स्थान रहा।
इन राज्यों के कम से कम 22 कस्बों और शहरों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया। गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाओं के कारण पश्चिमोत्तर और मध्य भारत दो जून से लू की चपेट में है। विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमोत्तर भारत के अन्य हिस्सों में अधिकतम तापमान में सप्ताहांत में कुछ डिग्री की कमी आएगी, लेकिन 15 जून तक कोई बड़ी राहत मिलने की संभावना नहीं है।
नमी युक्त पुरवाई चलने से 16 जून से भीषण गर्मी से काफी राहत मिलेगी। पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में 12 जून से मानसून पूर्व गतिविधियां शुरू होने का पूर्वानुमान है, लेकिन उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में 15 जून तक तापमान सामान्य से अधिक बना रहेगा।
मौसम विभाग का कहना है कि अगले चार दिन में पश्चिमोत्तर भारत में अधिकतम तापमान में किसी खास बदलाव की संभावना नहीं है। 16 जून से 22 जून के बीच अधिकतम तापमान सामान्य से कम या सामान्य के निकट रहने की संभावना है। 16 जून-22 जून के दौरान देश के किसी भी हिस्से में लू चलने का अनुमान नहीं है।