ग्वालियर।   पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती लगातार शराबबंदी की मांग कर रही हैं। इसकी शुरुआत भी वह एक शराब दुकान पर पत्थर फेंककर कर चुकी हैं। इसी बीच प्रदेश की संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर का कुछ अलग ही बयान सामने आया है। जिसमें मंत्री उषा ठाकुर कह रही हैं कि जिन राज्याें में शराबबंदी हुई है, वहां ताे लाेगाें की और अधिक दुर्गति हाे गई है।

मंत्री उषा ठाकुर ने यह बात बाल भवन में आयाेजित गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल हाेने के बाद पत्रकाराें से चर्चा में कही। मंत्री ठाकुर ने कहा कि शराबबंदी हाेने पर शराब ब्लैक मार्केटिंग के जरिए पीने वालाें तक पहुंच ही जाती है। उन्हाेंने कहा कि काेई व्यक्ति यदि शराब नहीं पीता है ताे उसकाे काेई जबर्दस्ती नहीं पिला सकता है। ऐसे में हमें सबसे पहले लाेगाें के मन और मानस काे बदलना जरूरी है। अध्यात्म इसमें बड़ा सहारा हाे सकता है। नशे से दूर हाे जाएं और उन्हें अध्यात्मिक की तरफ लाेगाें का ध्यान आकर्षित कराना हाेगा। इसी काे लेकर पचमढ़ी में चिंतन शिविर का आयाेजन किया गया था। साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी समय में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव हाेने वाले हैं, इसलिए बीजेपी इसको लेकर रणनीति तैयार कर रही है। इस पर भी चिंतन शिविर में काफी चर्चा हुई है। बीजेपी अपनी योजना और संगठन को लेकर तैयार है।

शराबबंदी काे लेकर गर्माने लगा माहाैलः 

प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री ने भले ही अब शराबबंदी काे लेकर आंदाेलन शुरू किया है, लेकिन कई इलाकाें में स्थानीय लाेगाें ने पहले से ही शराब बिक्री का विराेध शुरू कर दिया है। हाल ही में ग्वालियर में भी मुरार में शराब दुकान खाेलने काे लेकर स्थानीय महिलाओं ने खासा विराेध किया था। इसके पहले लक्ष्मणपुरा में भी स्थानीय निवासियाें ने भी शराब दुकान का सड़काें पर उतरकर विराेध किया था।