भोपाल | देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान सुरक्षा में चूक के सामने आए मामले ने मध्य प्रदेश की सियासत में भी गर्माहट ला दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस चूक केा साजिश का हिस्सा बता रहे हैं तो कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मुख्यमंत्री पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। साथ ही, जांच रिपोर्ट आने से पहले उन्हें बयानबाजी से बचने की सलाह दी है।

ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री मोदी पांच जनवरी को पंजाब के फिरोजपुर की यात्रा पर थे, इस दौरान सुरक्षा में चूक सामने आई। इस मामले की सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर जांच हो रही है। दूसरी ओर, इस पर सियासत भी तेज हो चली है। राज्य के मुख्यमंत्री चौहान पंजाब में जो हुआ उसे चूक मानने केा तैयार ही नहीं है, वे तो साजिश की आशंका जताते हुए कांग्रेस हाईकमान को भी कटघरे में खड़ा कर रहे है। चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस मामले में कई सवाल पूछे हैं। साथ ही कहा है कि इस मामले से कांग्रेस हाई कमान के भी तार जुड़ते नजर आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री चौहान के बयान पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने पलटवार करते हुए कहा, "पंजाब के फिरोजपुर की घटना की जाँच के लिये सुप्रीम कोर्ट ने विगत दिनो पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक पाँच सदस्यीय जाँच समिति का गठन किया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में केंद्र और पंजाब सरकार द्वारा गठित अलग-अलग समितियों की समांतर जांच पर भी रोक लगा दी है। जब यह जाँच समिति इस पूरे मामले की जांच कर रही है, तो चलती जांच के दौरान राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप उचित नहीं है।"

कमल नाथ ने आरेाप लगाया है कि " मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इस मामले में सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। उनके पास पंजाब की इस घटना के संबंध में यदि कोई तथ्य व प्रमाण है तो उन्हें उसे लेकर जांच समिति के समक्ष उपस्थित होना चाहिए और समिति के समक्ष तथ्य और प्रमाण रखना चाहिए लेकिन सिर्फ किसी भी मीडिया रिपोर्ट के आधार पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लगाना उचित नही है।"

कमल नाथ ने आगे कहा, चौहान को जांच के निष्कर्षों व जांच रिपोर्ट आने का इंतजार करना चाहिए लेकिन ऐसा लग रहा है कि अपनी कुर्सी बचाने व नंबर बढ़ाने के लिए वह कुछ ज्यादा ही उतावलापन दिखा रहे हैं। मौजूदा जांच के बीच वो कांग्रेस पर मनगढ़ंत व झूठे राजनीतिक आरोप लगा रहे हैं, उन्हें इससे बचना चाहिये।