इंदौर ।   मप्र लोक सेवा आयोग ने घोषणा कर दी है कि एक महीने के भीतर राज्यसेवा परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम फिर से घोषित किया जाएगा। इस परिणाम के आधार पर राज्यसेवा 2019 की मुख्य परीक्षा भी फिर से आयोजित होगी। पीएससी ने सोमवार को मुख्यालय के बाहर विद्यार्थियों के प्रदर्शन के बाद उन्हें लिखित आश्वासन पत्र दिया तो उसमें इसकी भी घोषणा कर दी गई। पीएससी की ताजा घोषणा से लाखों अभ्यर्थी खुश हैं कि आयोग की अटकी परीक्षाओं का सिलसिला फिर गति पकड़ेगा। हालांकि राज्यसेवा 2019 में इंटरव्यू के लिए चयनित हुए 1918 अभ्यर्थियों को झटका लगा है। प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट बदलने और दोबारा होने वाली मुख्य परीक्षा के चलते ये इनका चयन भी प्रभावित होने के आसार हैं। सोमवार को पीएससी मुख्यालय के बाहर युवा कांग्रेस के पदाधिकारी अभ्यर्थियों के साथ विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे थे।दोपगहर करीब 1 बजे युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष जावेद खान, मोनेश जायसवाल, पिंटू जोशी के साथ 200 युवा आयोग के बाहर जमा हुए।मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने उन्हें भीतर जाने से रोका तो इस दौरान जमकर बहस हुई। अभ्यर्थी आयोग अध्यक्ष को नीचे बुलाने की मांग पर अड़ गए। पीएससी अफसर सपना शिवाले उनसे चर्चा के लिए आई। अभ्यर्थी लिखित आश्वासन की मांग पर अड़े रहे। अध्यक्ष से चर्चा के बाद उन्हें लिखित में आश्वासन दिया जिसके बाद प्रदर्शन खत्म हुआ।चार बिंदुओं वाले आश्वासन पत्र में आयोग के ओएसडी के हस्ताक्षर से यह भी लिखा गया कि प्रारंभिक परीक्षा का नया रिजल्ट जारी करने के तीन माह के भीतर ही मुख्य परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी। इसके साथ ही सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देशों के अनुसार अन्य सभी रुकी परीक्षाएं भी तेजी से संपन्न करवा ली जाएगी।

ये था मामला

राज्य सेवा परीक्षा 2019 का रिजल्ट पीएससी ने नए भर्ती नियम के हिसाब से जारी किया था। पुरानी परीक्षाओं से अलग इसमें पीएससी ने आरक्षित वर्ग के मेरिट होल्डर अभ्यर्थियों को अनारक्षित सीटों पर नहीं चुना था। इस संशोधन के खिलाफ लगाई याचिका पर हाई कोर्ट ने 7 अप्रैल को निर्णय सुना दिया था। कोर्ट ने पुराने भर्ती नियम यानी राज्यसेवा नियम 2015 के हिसाब से रिजल्ट को संशोधित कर जारी करने आदेश दिया है।अभ्यर्थी अब तक मान रहे थे कि पीएससी रिजल्ट में ही संशोधन कर इंटरव्यू का रास्ता निकाल लेगा। पीएससी की ओर से साफ कर दिया गया है कि क्योंकि पुराने नियम का पालन करते हुए नया रिजल्ट जारी करना होगा। ऐसे में पीएससी को राज्यसेवा मुख्य परीक्षा 2019 फिर से आयोजित करना ही होगी। क्योंकि ओबीसी आरक्षण का विवाद अभी तक कोर्ट में लंबित है इसलिए फिर से परीक्षा की घोषणा अटकी हुई थी।

उच्च स्तर पर चर्चा चल रही है

उच्च स्तर पर चर्चा चल रही है। संकेत मिले हैं कि आरक्षण पर सामान्य प्रशासन विभाग से जल्द निर्देश मिल जाएंगे। एक महीने में सबसे पहले 2019 राज्यसेवा की प्रारंभिक परीक्षा का नया रिजल्ट जारी होगा। इसके बाद मुख्य परीक्षा व प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।

- डॉ.रवींद्र पंचभाई, ओएसडी, एमपी पीएससी

टाइम लाइन

-नवंबर 2019 में पीएससी ने राज्यसेेवा-2019 घोषित की

-12 जनवरी 2020 को प्रारंभिक परीक्षा संपन्न हुई

-प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम 21 दिसंबर 2020 को जारी हुआ

- प्रारंभिक परीक्षा से 10767 विद्यार्थी मुख्य परीक्षा के लिए चुने गए

-21 से 26 मार्च 2021 तक मुख्य परीक्षा आयोजित हुई

-31 दिसंबर 2021 को मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ

- मुख्य परीक्षा से 1918 अभ्यर्थी इंटरव्यू के अंतिम दौर के लिए चुने गए

- फरवरी में इनके इंटरव्यू करवाने की घोषणा करते हुए जनवरी 2022 में सभी से दस्तावेज भी पीएससी ने जमा करवा लिए थे

-7अप्रैल को हाई कोर्ट ने राज्यसेवा नियम में संशोधन को रद्द कर फिर से रिजल्ट घोषित करने का आदेश दिया