चंदेरी ।   चंदेरी से उप्र के ललितपुर जाने वाले मार्ग स्थित प्राणपुर घाटी पर शनिवार को दोपहर में दर्दनाक हादसा हुआ। यहां मजदूरों से खचाखच भरी लोडिंग गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई। इससे गाड़ी में सवार 25 लोग घायल हुए और एक महिला की मौत हो गई। यह सभी घायल मजदूर हैं और फसल काटकर वापस ललितपुर जिले में स्थित अपने गांव सेरवास जनपद तालबेहट के लिए लौट रहे थे। घायलों में महिला और बच्चे भी शामिल हैं। इनमें से चार की हालत गंभीर बनी हुई है।

जानकारी के अनुसार लोडिंग वाहन क्रमांक उप्र 94 सी 9109 में मजदूरों को ठूंस-ठूंस कर बैठाया गया था। यह गाड़ी ग्राम भोरासा की ओर से लौट रही थी। गाड़ी में सवार सभी लोग चना और मसूर की फसल काटने के लिए कुछ दिन पहले ग्राम भोरासा गए थे। बताया जाता है कि दोपहर के समय ललितपुर जाने वाले मार्ग पर ट्रैफिक कम था। ऐसे में इन मजदूरों की गाड़ी की रफ्तार भी अधिक थी। जब यह लोडिंग गाड़ी प्राणपुर घाटी पर पहुंची, तभी अचानक मोड़ आने के कारण चालक नियंत्रण खो बैठा और गाड़ी सड़क किनारे पलट गई। ऐसे में गाड़ी के अंदर सवार लोगों में चीख-पुकार मच गई। इसके बाद राहगीर व आसपास के लोग मदद के लिए आगे आए। सभी घायलों को यहां से सीधे चंदेरी अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया। घायलों की मदद के लिए चंदेरी विधायक गोपाल सिंह चौहान के बेटे विजयप्रताप सिंह आगे आए। इन्होंने अस्पताल पहुंचकर घायलों के त्वरित इलाज के लिए दो एंबुलेंस भिजवाईं। वहीं, तहसीलदार ने घायलों को पांच-पांच हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी।

ये लोग हुए घायलः

इस हादसे में घायल हुए शिब्बू पुत्र राजू उम्र 10 साल, कृष्ण पुत्र रत्ना उम्र 20 साल, सुखना पुत्र हरदेव उम्र 52 साल, मनोहर पुत्र रम्मो उम्र 54 साल की हालत गंभीर है। इन्हें इलाज के लिए भाेपाल रैफर किया गया है। वहीं, आरती पुत्री मुन्ना उम्र 15 साल, मनीषा पुत्री धर्म उम्र 4 साल, रुक्मणी पत्नी गोपाल उम्र 42 साल, रितिक पुत्र धर्म उम्र 2 साल, नदलू पुत्र पिद्दू उम्र 15 साल, दुर्जिया पत्नी मनोहर उम्र 45 साल, गंगाबाई पत्नी धर्मा उम्र 34 साल, मिंटू पुत्र मुरली उम्र 12 साल, गड़कू बाई पत्नी मुरली आदिवासी उम्र 40 साल, शिवम पुत्र दीपक आदिवासी 17 साल, धर्मा पुत्र गोपाल उम्र 25 साल, संजय पुत्र मनजा उम्र 15 साल, संतोष पुत्र नन्नू उम्र 30 साल, नितेश पुत्र धर्म उम्र 3 साल, राजकुमार पुत्र खुमान उम्र 40 साल, पूत्ती बाई पत्नी सुखलाल उम्र 64 साल, प्रीति पुत्री सुखना उम्र 12 साल, गुड्डी बाई पत्नी प्रभु उम्र 55 साल, सविता पुत्री रुस्तम उम्र 17 साल, नयन बाई पत्नी सुखना उम्र 50 साल, रागनी पुत्री रामदास उम्र 7 साल, कृष्ण पुत्र रजकू उम्र 32 साल का घायल हालत में चंदेरी में ही इलाज किया जा रहा है। इस हादसे में द्रोबाई पत्नी गनपत आदिवासी उम्र 54 साल की मौत हो गई है।

घाटी पर नहीं लगाए गए हैं संकेतकः

चंदेरी से ललितपुर जाने वाला मार्ग जर्जर हालत में है। इसके अलावा यहां पड़ने वाली प्राणपुरी घाटी पर अंधा मोड़ भी है, मगर अंधे मोड़ के लिए कोई संकेतक नहीं लगाया गया। ऐसे में तेज रफ्तार वाहन कई बार अनियंत्रित हो चुके हैं। हालांकि वर्ष 2007 में इस घाटी को चौड़ा किया गया था, जिसके बाद से हादसों में कुछ कमी जरूर आई थी। लोगों का कहना है कि इस सड़क को दुरुस्त किया जाए। साथ ही, अनिवार्य रूप से संकेतक लगाए जाएं।