नई दिल्ली । भारत ने देश के बारे में 'पक्षपातपूर्ण' और 'गलत' टिप्पणियों के लिए शनिवार को अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग  की आलोचना की। विदेश मंत्रालय ने यूएससीआईआरएफ के आलोचनात्मक टिप्पणियों, विशेष रूप से धार्मिक अल्पसंख्यकों और भारत में उनके लिए रिपोर्टिंग और उनकी वकालत करने वालों के दमन के आरोपों के एक दिन बाद इस संबंध में प्रतिक्रिया व्यक्त की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'हमने यूएससीआईआरएफ द्वारा भारत को लेकर की गई पक्षपातपूर्ण और गलत टिप्पणियों को देखा है।' उन्होंने कहा कि टिप्पणियां भारत और इसके संवैधानिक ढांचे, इसकी बहुलता और इसके लोकतांत्रिक लोकाचार के प्रति 'समझ की गंभीर कमी' को दर्शाती हैं। बागची ने कहा, 'अफसोस की बात है कि यूएससीआईआरएफ अपने प्रेरित एजेंडे के पीछे अपने बयानों और रिपोर्टों में बार-बार तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत करना जारी रखे हुए है। इस तरह की कार्रवाई केवल संगठन की विश्वसनीयता और निष्पक्षता के बारे में चिंताओं को मजबूत करने का काम करती हैं।' वह भारत को लेकर यूएससीआईआरएफ की टिप्पणी से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थे। यूएससीआईआरएफ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने अपने कमिश्नर डेविड करी के हवाले से कहा था कि आयोग 'भारत सरकार की आलोचनात्मक आवाज़ों के निरंतर दमन के बारे में चिंतित है, विशेष रूप से धार्मिक अल्पसंख्यकों और उन पर रिपोर्टिंग और उनकी वकालत करने वालों के बारे में।