भोपाल   राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के तीसरे दिन शुक्रवार को बीजेपी ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया था कि इसमें पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए हैं। शनिवार को इसमें छत्तीसगढ़ पुलिस की एंट्री हो गई। वीडियो पोस्ट करने पर मप्र बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर पर छत्तीसगढ़ में एफआईआर हुई है। रिपोर्ट रायपुर जिला कांग्रेस कमेटी विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने दर्ज कराई। उनकी ओर से शिकायत में कहा गया- वीडियो  मॉर्फ्ड है यानी इसमें नारे अलग से जोड़े गए हैं। बीजेपी नेता पर दंगा भड़काने के इरादे से उकसाने जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। जिस ट्वीट को लेकर पाराशर पर एफआईआर हुई है, इसे पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा था- भारत जोड़ो यात्रा में खुलेआम 'पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगा। इसे कांग्रेस के ऑफिशियल हैंडल से ट्वीट किया गया, बाद में हटाया गया, लेकिन सच्चाई तो सामने आ गई कि कांग्रेस के दिल में क्या है। शुक्रवार को ही इस वीडियो को लेकर भाजपा के कई नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोला था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी जांच के आदेश दिए थे।वहीं, कांग्रेस के सीनियर लीडर जयराम रमेश ने कहा था कि यात्रा को समर्थन मिलता देख बौखलाई भाजपा ने डॉक्टर्ड वीडियो चलाया है। हम भाजपा के ऐसे घिनौने हथकंड़ों के लिए तैयार हैं। करारा जवाब देंगे।

एफआईआर में पाराशर पर क्या आरोप लगाए गए?

छत्तीसगढ़ के रायपुर की जिला कांग्रेस कमेटी विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अंकित मिश्रा ने शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस में शिकायत करते हुए उन्होंने बताया- मप्र भाजपा मीडिया विभाग के अध्यक्ष लोकेंद्र पाराशर के ट्विटर हैंडल से 25 नवंबर को ट्वीट हुआ। इस दिन दोपहर 12.11 बजे पाराशर ने जो वीडियो  ट्वीट किया और आरोप लगाए, उससे जुड़े कोई सबूत नहीं दिए। जबकि, भारत जोड़ो यात्रा की लाइव स्ट्रीमिंग हो रही है। मीडिया कवरेज कर रही है। दूसरे किसी व्यक्ति ने ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया। पाराशर ने दुर्भावना के मकसद से झूठा और भ्रामक पोस्ट किया। इसे सामाजिक तनाव बढ़ाने के लिए डिजाइन किया। आम जन को उकसाने और भड़काने के आपराधिक षड्यंत्र के इरादे से इसे पोस्ट किया है।

इन धाराओं में केस दर्ज

बीजेपी नेता लोकेंद्र पाराशर के खिलाफ धारा 153(क), 504, 505 (1), 505 (2), 120 बी आदि के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पाराशर बोले- कांग्रेस ने खुद पोस्ट किया वीडियो, फिर हटाया

बीजेपी मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर का कहना है- कांग्रेस षड्यंत्र के बाद षड्यंत्र करती है। एक वीडियो जो कांग्रेस मीडिया विभाग के द्वारा ही सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया और सारे पत्रकारों को भेजा गया, उसमें पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे सुनाई दिए। बाद में वीडियो को कांग्रेस ने हटा दिया, लेकिन क्या कांग्रेस अपने वीडियो में ही छेड़छाड़ करेगी। अगर एफआईआर ही करनी थी तो मध्यप्रदेश में हो सकती थी, दिल्ली में हो सकती थी, गुजरात में हो सकती थी, छत्तीसगढ़ में इसलिए कराई गई, क्योंकि वहां कांग्रेस की सरकार है।

मप्र कांग्रेस ने दी थी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी

लोकेंद्र पाराशर का ट्वीट सामने आने के बाद मप्र कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कानूनी कार्रवाई की बात कही थी। उन्होंने ट्वीट किया था-

शिवराज ने भी दिए थे जांच के आदेश

शुक्रवार को वीडियो सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले की जांच कराने के निर्देश दिए थे। सीएम ने कहा था- राहुल गांधी भारत जोड़ने के लिए यात्रा कर रहे हैं या यात्रा से भारत तोड़ने वालों को जोड़ रहे हैं। सरेआम पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगना, कांग्रेस को शर्म नहीं आती क्या? कांग्रेस ने पहले भी देश को तोड़ा है। आज भी जिस तरह के लोग यात्रा से जुड़ रहे हैं, वो कांग्रेस की मानसिकता को उजागर करता है। ये मानसिकता जोड़ने की नहीं, तोड़ने की मानसिकता है। जिन्होंने भी ये नारे लगाए हैं, वो माफ नहीं किए जाएंगे। मैंने जांच के निर्देश दे दिए हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वो खुद वीडियो डाल रहे हैं। बाद में खुद डिलीट कर रहें हैं, इसमें भारतीय जनता पार्टी कहां से बीच में आ गई।