पटना । बिहार के फुलवारी शरीफ मामले में सुरक्षा एजेंसियों द्वार दबोचे गए मरगुव अहमद दानिश उर्फ ताहिर ने बड़े खुलासे किए हैं। इस साजिश का पर्दाफाश होने के बाद खुफिया एजेंसियों ने नेपाल से लगी सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। क्योंकि ऐसे सवाल खड़े होने लगे हैं कि क्या आतंकवादी बिहार और उत्तर प्रदेश को अपना निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं? आपको बता दें कि नेपाल से लगी बिहार की 729 किमी लंबी सीमा खुली हुई है। ऐसे में खुफिया एजेंसियों ने चौकसी बढ़ाने के निर्देश दे दिए हैं। जिसके बाद चौकसी बढ़ा दी गई है।
पटना पुलिस ने कथित भारत विरोधी व्हाट्सऐप ग्रुप चलाने के आरोप में 26 वर्षीय एक युवक मरगुव अहमद दानिश उर्फ ताहिर को गिरफ्तार किया है। उसके पाकिस्तानी चरमंपथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से भी संबंध होने की जानकारी मिली है। एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि फुलवारीशरीफ थाना अंतर्गत ईसोपुर नहर के पास संदिग्ध दानिश को पूछताछ के लिए थाना लाया गया। पूछताछ के दौरान उसके द्वारा दी गई जानकारी और उसके मोबाइल फोन में मौजूद सामग्री से ऐसा प्रतीत हुआ कि उसके द्वारा संप्रदाय राष्ट्र विरोधी गतिविधियां तकनीकी माध्यमों से अंजाम दी जा रही है और इसमें स्थानीय तथा विदेशी तत्व मदद कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि दानिश फुलवरारीशरीफ का है लेकिन उसका परिवार मूलरूप से गया जिले के बिथो शरीफ का रहने वाला है। इनके परिवार के कुछ लोग पाकिस्तान के कराची में भी बसे हुए हैं। ढिल्लों ने बताया कि 2016 से दानिश व्हाट्सऐप, ईमेल तथा फेसबुक के माध्यम से लोगो के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि प्राप्त साक्ष्यों के अनुसार दानिश कट्टरपंथी संगठन तहरीक ए लब्बैक, पाकिस्तान से जुड़ा है और पाकिस्तान के फैजान नामक व्यक्ति के नियमित संपर्क में था। वह व्हाट्सऐप ग्रुप 'गजवा ए हिन्द' से जुड़ा था और इस ग्रुप का एडमिन भी है। फैजान भी इस ग्रुप का एडमिन है। इस ग्रुप से कई पाकिस्तानी फोन नंबर जुड़े हैं।
एसएसपी के मुताबिक ग्रुप के संदेश संप्रदाय विरोधी, भड़काऊ, गैरकानूनी और असंवैधानिक हैं। दानिश के विरूद्ध फुलवारीशरीफ थाना में प्राथमिकी दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। इस बीच पुलिस ने पटना और मोतिहारी जिलों में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया(एसडीपीआई) से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। यह कार्रवाई भारत विरोधी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार पीएफआई के कथित दो सदस्यों की गिरफ्तारी की जांच के सिलसिले में की गई। झारखंड के एक सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी मोहम्मद जल्लाउद्दीन और अतहर प्रवेज को बुधवार को फुलवारीशरीफ इलाके से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा था कि उनके पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं। एसडीपीआई, पीएफआई का राजनीतिक समूह है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने वही कहा जो विपक्ष वर्षों से आवाज उठा रहा था। तेजस्वी ने कहा कि एसएसपी ने जो कुछ भी कहा है वह सही है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने वही कहा है, जो हम वर्षों से कह रहे हैं। आरएसएस समाज में अशांति पैदा कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस देश में सांप्रदायिक विभाजन पैदा कर रहे हैं। पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों द्वारा युवाओं को शारीरिक प्रशिक्षण दिए जाने के बारे में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ढिल्लों ने कहा था कि जैसे आरएसएस अपनी शाखा आयोजित करता है और लाठी का प्रशिक्षण देता है, उसी प्रकार से ये लोग युवाओं को बुलाकर उन्हें शारीरिक प्रशिक्षण देते थे और उनका ब्रेनवाश कर उनके माध्यम से अपना एजेंडा लोगों तक पहुंचाने का काम करते थे। हालांकि, ढिल्लों ने शुक्रवार को सफाई दी कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया है।