उज्जैन ।   सोमवार 11 बजे सीएम शिवराज उज्जैन पहुंचे। सबसे पहले नृसिंह घाट के समीप समन्वय परिवार के आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां पर स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया।महाकाल कारिडोर का निरीक्षण उन्हे गोल्फ कार्ट वाहन में बैठाकर कलेक्टर ने करवाया। निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री इसका उद्घाटन करेंगे। सोमवार पूर्वान्ह उज्जैन पहुंचे मुख्यमंत्री ने दोपहर में 750 करोड़ की लागत से निर्मित किए गए महाकाल कोरिडोर का निरीक्षण किया।उन्हें पूरे कोरिडोर में गोल्फ कोर्ट वाहन से कलेक्टर आशीषसिंह ने कार्यों का विस्तार से निरीक्षण करवाया। इस दौरान सांसद अनिल फिरोजिया एवं उच्च शिक्षामंत्री मोहन यादव भी उनके साथ थे।कोरिडोर अवलोकन के बाद मिडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रथम चरण के कार्य पूर्णता की और हैं। प्रधानमंत्री जी सांस्कृतिक पताका भी लेकर चल रहे हैं। पूरे कार्य देखें हैं कार्य से संतुष्ट हुं। 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री जी महाकाल महाराज की नगरी में पधारेंगे, प्रथम चरण के कार्यों का लोकार्पण करेंगे। हम आज से ही लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियां प्रारंभ करेंगे। इस कार्यक्रम से प्रदेश का हर शहर, गांव गांव जूडे इसकी भी योजना बना रहे हैं। आज में मुख्य रूप से इसलिए आया था कि एक बार खूद इन कार्यों को अपनी आंखों से देख लूं। इसके बाद ही हमने ये फैसला लिया है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री एक निजी होटल में संतों के कार्यक्रम में शामिल हुए। जहां वैदिक बटुको ने मंत्रोच्चार कर साथ ही आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंदजी सहित सभी उपस्थित संतों को नमन कर आशीर्वाद लिया। 

महाकालेश्वर कॉरिडोर का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकालेश्वर कॉरिडोर का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। उज्जैन दर्शन के लिये देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालु यहां से उनके मन में भगवान महाकालेश्वर और मन्दिर के कॉरिडोर की अमिट छाप लेकर जायें। मुख्यमंत्री द्वारा महाकालेश्वर कॉरिडोर में निर्मित नवग्रह मूर्तियों, भगवान शिव से सम्बन्धित कथाओं पर आधारित चित्रों का अवलोकन किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्बन्धित चित्र के नीचे सरल भाषा में उसका विवरण लिखवाया जाये, ताकि आमजन को आसानी से सम्बन्धित कथा की जानकारी प्राप्त हो।महाकाल कोरिडोर के प्रथम चरण में 316 करोड़ के कार्य क्रियान्वित किए गए हैं।उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ आशीष पाठक के अनुसार 316 करोड़ में मुख्य रूप से 224 करोड़ से कोरिडोर डेवलमेंट,20करोड़ से रूद्रसागर सीवेज नेटवर्किंग,16 करोड़ से सरफेज पार्किंग सोलर पैनल,,3.25 करोड़ से महाकाल द्वार ,इसके साथ ही फसाड़ लाईटिंग महाकाल मंदिर एवं बाहर ,आडियो गाईड एवं ई-कार्ट के कार्य शामिल हैं।

लाल पुल - हरसिद्धि मार्ग अब ‘ब्रह्मलीन पद्मभूषण गिरी महाराज’ होगा

मुख्यमंत्री निजी होटल में सद्गुरूदेव ब्रह्मलीन पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने श्री सत्यमित्रानन्द गिरि महाराज के श्रीचरणों में प्रणाम करते हुए कहा कि उनका तेज ओजस्वी था। उनकी वाणी सुनते थे तो साक्षात स्वामी विवेकानन्द जैसी वाणी सुनाई देती थी। एक नई ऊर्जा का प्रवाहमान था। ऐसे ओजस्वी एवं सनातन धर्म की ध्वजा को फहराने में अग्रणी श्री गिरि महाराज को श्रद्धा सहित नमन करता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान को प्राप्त करने के तीन मार्ग हैं- ज्ञान मार्ग, भक्ति मार्ग तथा कर्म मार्ग। ये तीनों त्रिवेणी स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरिजी महाराज में थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घोषणा की कि लाल पुल से हरसिद्धि मन्दिर तक के सड़क मार्ग का नाम अब ब्रह्मलीन श्री सत्यमित्रानन्द गिरिजी के नाम से होगा। मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ब्रह्मलीन श्री सत्यमित्रानन्द गिरि महाराज हमेशा जगत के हित के कल्याणकारी कामों में सदैव लगे रहते थे। उन्होंने समाज में अच्छे कार्यों की जागरूकता फैलाने का काम किया। भारत माता का मन्दिर उन्होंने बनाया है, जो अद्भुत है। आज उनकी प्रतिमा का उज्जयिनी में अनावरण हुआ है। वे सदैव हमारे मन में रहेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरिजी महाराज की मूर्ति बनाने वाले नरेश भारद्वाज का सम्मान किया। इस अवसर पर एक पुस्तक का विमोचन भी अतिथियों के द्वारा किया गया।