भिंड    एक परिवार इन दिनों 500 किलोमीटर दूर भोपाल में पड़ा है। यहां मुख्यमंत्री निवास के सामने इस परिवार का मुखिया अपनी पत्नी व बेटी के साथ पहुंचा और कह रहा है कि उसे भिंड पुलिस से डर है। उसे एससी-एसटी एक्ट में फंसाने के बाद अब भिंड पुलिस कुछ भी कर सकती है और सीएम हाउस के अधिकारियों से मुलाकात के बाद भी उसके मन में भिंड पुलिस का खौफ बरकरार है। भिंड जिले का रहने वाला देवेंद्र सिंह राजावत, उसकी पत्नी निशा और बेटी शैफाली आज मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने पहुंचे थे। यह तीन लोग श्यामला हिल्स पर बैठकर इंतजार कर रहे थे मगर उनकी सीएम से मुलाकात नहीं हो सकी। जब उनसे मीडिया ने बात की तो पुलिस के डर से उनके भिंड से भोपाल आने की कहानी सामने आई है। करीब एक साल से यह परिवार भिंड की देहात पुलिस से प्रताड़ित होने की बात कह रहा है। 

मकान विवाद में पुलिस का दबाव

देवेंद्र सिंह राजावत ने मीडिया से चर्चा में कहा है कि उसने एक व्यक्ति से मकान लिया था और तीन लाख रुपए उसे एडवांस भी दे दिए हैं। मकान का सौदा नौ लाख में तय हुआ था लेकिन अब वह 28 लाख रुपए मांग रहा है। इसमें भिंड के देहात थाना के प्रभारी रामबाबू यादव और तीन पुलिसकर्मी ने रुचि लेते हुए उन पर दबाव बनाया है कि वे मकान छोड़ दें और एडवांस में से एक लाख रुपए लेकर मकान खाली कर दे। 

परिवार का आरोप सालभर से पुलिस कर रही परेशान

देवेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि सालभर से वह परेशान है क्योंकि भिंड पुलिस ने उनके परिवार को परेशान कर रखा है। कभी उनकी पत्नी को थाने ले जाते हैं तो कभी बेटी को और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। मुझे भी कई बार थाने ले गए और अलग-अलग जगह रखकर परेशान करते हैं। एससी-एसटी एक्ट में भी फंसा दिया है। देवेंद्र सिह ने कहा कि अगर वह भिंड लौटेगा तो पुलिस उसके साथ कुछ भी कर सकती है।