यहाँ आपके पुण्य कर्मो से ही पंच कल्याणक हो रहा है  विभव सागर :-भैंसदेही रात्रि मे जिनवाणी की उत्पत्ति कैसे हुई इस पर एक नाटिका भी प्रस्तुत की गई।पंच कल्याणक कार्यक्रम के दूसरे दिन सुबह पूजा के साथ नगर मे मूर्ति को लेकर जुलुस निकला जो नगर के मुख्य मार्गो से होता हुआ कार्यक्रम स्थल पंहुचा। इसके बाद माता मरुदेवी की गोद भराई का कार्यक्रम हुआ जिसमे जिले से एवं दूर दूर से पधारे सभी जैन समाज के लोगो ने भाग लिया तत्पश्चात नपा उपाध्यक्ष श्रीमती कुसुम सिंह किलेदार ने भी माता जी की गोद भारी। जैन समाज समिति ने उनका स्वागत भी किया। बैतूल खेड़ी झल्लार सावलमेंढा आठनेर मुलताई जिले की सभी समितियों ने महाराज विभव सागर को नारियल भेट कर आशीर्वाद लिया। महाराज विभव सागर ने अपने प्रवचन मे कहा की आपके पुण्य कर्मो से ही पंच कल्याणक हो रहा है। विचारों का असर तो पत्थरो पर भी पड़ता है। जो बीज बोया जाता है वह वृक्ष बनता है उसी तरह आचरण का पालन कर भगवान को पाया जा सकता है। साधु संत तो भगवान के प्रतिनिधि है वह तो भगवान का सन्देश सुनाते है अच्छी संतान चाहते हो तो अच्छे आचरण धारण करना पड़ेगा। आपकी संतान के पुण्य से भी आपका उद्धार हो जायेगा बच्चों को अच्छे संस्कार दीजिये भैसदेही वालो एक प्रण करिये की सभी शाकाहारी बने। यहां ऐसे मंदिर का निर्माण होने जा रहा है जहाँ गर्भ से मूर्ति निकली है जहाँ जीर्णोद्धार मंदिर मे प्रतिमा की स्थापना होने जा रही है।