मंदिर से मूर्ति चुराने वाले को ग्रामीणों ने दी अनोखी सजा 

 

 बैतूल के गोराखार गाँव मे एक शख्स की ग़लती पर उसे ग्रामीणों ने सजा भी ज़रा हटकर दी । दरअसल गाँव में नागदेवता का एक मन्दिर है जिसमे नागदेवता की पत्थर से बनी एक प्राचीन प्रतिमा स्थापित है। शुक्रवार की रात पड़ोसी गाँव के एक शख्स कमलेश धोटे  ने आकर नागदेवता की प्रतिमा को तोड़ दिया और अपने साथ ले गया ।


 जब लोगों ने कमलेश से इसकी वजह पूछी तो उसने जवाब दिया कि वो नागदेवता की प्रतिमा अपने गाँव मे स्थापित करेगा । लेकिन कमलेश नाग देवता की प्रतिमा को गाँव ना ले जाकर रास्ते के किनारे छोड़कर चला गया । सुबह जब ग्रामीणों ने सड़क किनारे नाग देवता की प्रतिमा रखी देखी तो आक्रोशित हो गए और पुलिस को बुलाया गया । बैतूल बाज़ार थाना पुलिस ने सबसे पहले प्रतिमा तोड़ कर ले जाने वाले कमलेश को हिरासत में लिया और ग्रामीणों से शिकायत पत्र मांगा ।


 हालांकि ग्रामीणों ने कमलेश को पुलिस के हवाले करने की बजाय पश्चाताप करने का एक मौका दिया ।ग्रामीणों ने कमलेश के सामने शर्त रखी कि अगर वो नाग देवता की प्रतिमा को अपने कंधे पर रखकर वापस मन्दिर तक पहुंचाए और रविवार के दिन अपने खर्च पर नागदेवता को दोबारा प्राण प्रतिष्ठा करवाएगा तो उसे पुलिस के हवाले नही। करेंगे।  कमलेश ने ग्रामीणों की बात मानी और प्रतिमा को कंधे पर रखकर वापस मन्दिर तक पहुंचाया ।

 

 वहीं अब वो प्रतिमा की दोबारा प्राण प्रतिष्ठा करवाएगा। कमलेश के इस प्रायश्चित के संकल्प के बाद पुलिस ने अब तक उसके खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया है लेकिन ग्रामीणों को सख्त हिदायत दी है कि किसी भी तरह कानून अपने हाथ मर नहीं लेना है और किसी भी तरह की हिंसा नहीं होनी चाहिए इस बात का ख्याल रहे । आम तौर पर इस तरह के मामलो में हिंसा और तनाव देखने मिलता है लेकिन आपसी समझ और दोषी के सरेंडर करने से ये मामला प्रेम से सुलझ गया ।

 

इस पूरे मामले में बैतूल बाजार थाना टी आई नीरज पाल ने बताया की गोराखार के खेत में बने नागदेव मंदिर से एक व्यक्ति ने नागदेव की मूर्ति उठाकर ले गया था ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी थी मूर्ति चुराने वाले को ग्रामीणों ने दोबारा से मंदिर में मूर्ति की स्थापना करने को कहा है l