नौकरी दिलाने के नाम पर मार्केटिंग कंपनी ने युवक से की 30 हजार की ठगी

नौकरी दिलाने के नाम पर मार्केटिंग कंपनी ने युवक से की 30 हजार की ठगी
इंटरनेशिया मार्केटिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ कलेक्टर और एसपी से शिकायत
मारपीट का आरोप, शिकायतकर्ता ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
बैतूल। इंटरनेशिया मार्केटिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के खिलाफ ठगी और मारपीट का गंभीर आरोप लगाते हुए कलेक्टर और एसपी से शिकायत की गई है।
मुलताई तहसील के हिवरखेड़ निवासी शिकायतकर्ता कैलाश वसूले ने ने बताया कि कंपनी के अधिकारीयों ने उन्हें नौकरी के नाम पर 30 हजार रुपये जमा कराने के बाद उनसे अभद्रता की और झूठे केस में फंसाने की धमकी दी।
कैलाश वसूले ने बताया कि इंटरनेशिया मार्केटिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का ऑफिस ममता हॉस्पिटल के पास कारगिल चौक में स्थित है। कंपनी के विज्ञापन से प्रभावित होकर वे कंपनी के ऑफिस जानकारी लेने गए थे। वहां पर कंपनी के अधिकारी करण और योगेश ने उनसे मुलाकात की और कंपनी के काम और नेटवर्क के बारे में अधूरी जानकारी दी।
कंपनी के अधिकारियों ने कैलाश से नौकरी के लिए 30 हजार रुपये जमा कराने की बात कही। पहले उन्होंने 500 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर लिए और बाद में पूरे 30 हजार रुपये प्रमिला और सिंधु नामक महिलाओं के फोनपे पर जमा करवाए।
-- कागजात पर साइन कराए --
कैलाश के अनुसार, उनसे कुछ कागजों पर साइन कराए गए और बाद में और कागजों पर साइन करने के लिए कहा गया। जब कैलाश को शक हुआ और उन्होंने साइन करने से मना कर दिया, तो कंपनी के अधिकारीयों ने उनके साथ अभद्रता की। प्रमिला धुर्वे ने झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हुए कोठी बाजार कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई।
-- मारपीट का आरोप, प्रशासन से कार्रवाई की मांग--
कैलाश ने आरोप लगाया कि कंपनी के कर्मचारियों ने उनके साथ मारपीट की। उन्होंने मांग की कि ऐसी फर्जी कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उनके द्वारा साइन कराए गए कागजात जब्त किए जाएं।
कैलाश ने कलेक्टर और एसपी से उचित और विधिवत जांच कर फर्जी कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसी कंपनियां नौकरी देने के नाम पर झूठे सपने दिखाकर पैसों की लूट कर रही हैं। उन्होंने आग्रह किया कि अगर कोई अन्य व्यक्ति भी इस तरह की ठगी का शिकार हुआ है, तो वह तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराए। प्रशासन को इस तरह की फर्जी गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि आम जनता को राहत मिल सके।