*स्नान घाटों की दीवारों और परिक्रमा मार्ग पर स्थित मंदिरों की दीवारों पर उकेरे धार्मिक और  पौराणिक  चित्र से  सुसज्जित  हो गया है ताप्ती सरोवर*

मुलताई ✍️ विजय खन्ना 

पुण्यसलिला सूर्यपुत्री मां ताप्ती के उद्गम स्थल पर आगामी 13 जुलाई को आषाढ़ सप्तमी तिथि पर मनाए जाने वाले मां ताप्ती जन्मोत्सव को लेकर नगर पालिका तैयारी में जुट गई है। जहां नगर पालिका जन्मोत्सव के अवसर पर प्रतिवर्ष सरोवर के स्नान घाटों की पुताई कराती थी। वही इस साल नगरपालिका अध्यक्ष वर्षा गढ़ेकर और सभापति सहित  पार्षदो ने ताप्ती सरोवर के  स्नान घाटों की दीवारों के साथ सरोवर के परिक्रमा मार्ग पर स्थित मंदिरों की सुरक्षा दीवारों पर पौराणिक और धार्मिक प्रसंग से जुड़े चित्र उकेरने की नई पहल  की है। जिसके चलते बीते दो तीन दिनों से चित्र उकेरने  का कार्य जारी है।  कलाकारों द्वारा  वनगमन लिए जा रहे भगवान श्री राम लक्ष्मण और माता सीता  की तस्वीर, प्रभु श्री राम लक्ष्मण और माता सीता को नाव में नदी पार करते केवट की तस्वीर, भगवान श्री राम की आराधना करते पवन पुत्र हनुमान, भजन करते ऋषि मुनि की तस्वीर और मां ताप्ती की आरती उतारता भक्त सहित सरोवर को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त रखने का संदेश से जुड़े चित्र आकर्षक ढंग से दीवारों पर उकेरे है। यह चित्र सरोवर के परिक्रमा मार्ग पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को मंत्र मुग्ध कर रहे हैं ।साथ ही सरोवर की छटा को आकर्षक स्वरूप दे रहे हैं। नपा अध्यक्ष श्रीमती गढ़ेकर ने बताया मां ताप्ती जन्मोत्सव को भव्य स्वरूप देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे। जन्मोत्सव के अवसर पर परिक्रमा मार्ग को आकर्षक ढंग से सुसज्जित किया जाएगा। गौरतलब है कि  मां ताप्ती जन्मोत्सव नगर के साथ क्षेत्रवासी पूरे उल्लास और भक्ति भाव के साथ मनाते हैं ।जन्मोत्सव के अवसर पर तमाम धार्मिक संगठन अलग-अलग आयोजन कर अपनी सहभागिता दर्ज करते हैं।इस क्रम में मां जन्मोत्सव समिति द्वारा पूजा अनुष्ठान शोभायात्रा अभिषेक का आयोजन किया जाता है ।वही सूर्य पुत्री मां ताप्ती तीर्थ क्षेत्र न्यास जन्मोत्सव सप्ताह के तहत सात दिन तहसील क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में पर्यावरण जल संरक्षण,स्वच्छता , समरसता आदि पर केंद्रित कार्यक्रम करने के साथ मां ताप्ती की महाआरती का आयोजन करता है।अन्य धार्मिक और सेवा संगठन भी जन्मोत्सव पर अपने कार्यक्रम आयोजित करते हैं। जिसके चलते सभी संगठन तैयारी में जुट गए हैं।