भोपाल। खांसी और जुकाम के 40 प्रतिशत तक मरीज बढ़ गए हैं। जिसको एक बार भी खांसी और जुकाम हो रहा है, वह ठीक होने का नाम नहीं ले रहा। पहले यह तीन से चार दिन दवाई लेने से बीमारी ठीक हो जाती थी, लेकिन खांसी तो लोगों के जी का जंजाल ही बन गई है। खांसी और जुकाम को लेकर डाक्टर भी हैरान और परेशान हैं। इसे ठीक होने में 15 से 20 दिन लग रहे हैं। अस्पताल आने वाले हर दूसरे मरीज में इस तरीके के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। वायरस को लेकर चिकित्सक भी भ्रमित हैं। खासकर बच्चों और बुजुर्गों में यह समस्या ज्यादा है। हमीदिया और जेपी अस्पताल के चिकित्सको का कहना है कि दिन में गर्मी और रात में सर्दी के कारण वायरल इंफेक्शन ज्यादा हो रहा है। निमोनिया से भी लोग ग्रसित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि ज्यादातर लोग वायरल से प्रभावित आ रहे हैं। उसके बाद दूसरी सबसे ज्यादा संख्या खांसी की है। अगर प्रतिशत में बात की जाए तो सबसे ज्यादा 60 प्रतिशत लोग बुखार से पीडि़त होकर डाक्टर के पास पहुंच रहे हैं। 40 प्रतिशत लोग जुकाम, खांसी होने के बाद जा रहे हैं।
 निजी और सरकारी अस्पतालों में मरीजों की कतारें लगी हुई हैं। हालात यह है कि हर परिवार में कोई न कोई सदस्य मौसमी बीमारी से ग्रसित है। मरीजों को रिकवर होने में 15 से 20 दिन का समय लग रहा है। सबसे ज्यादा छोटे बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। विशेषकर निमोनिया, सर्दी, खांसी की समस्या अधिक हो रही है। हमीदिया अस्पताल के मेडिसिन विभाग की ओपीडी में एक हजार से ज्यादा लोग पहुंच रहे हैं।