नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में स्मार्टफोन बनाकर अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना और नौकरियां पैदा करना चाहते हैं। लेकिन पार्ट्स पर हाई टैरिफ कंपनियों को अपना उत्पादन चीन से भारत ले जाने की चिंता है। यदि इसमें कुछ राहत मिल जाए तो भारत स्मार्ट फोन बनाने का जल्द बड़ा हब बन जाएगा। बता दें कि भारत की वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग हिस्सेदारी केवल 4% है, जो 2029 तक 25% तक पहुंचने के बड़े लक्ष्य के आसपास भी नहीं है, जिससे टैरिफ नीति सुधारों की आवश्यकता पर बल दिया गया है। इस बीच, चीन और वियतनाम जैसे देशों ने पहले से ही मजबूत स्थिति हासिल कर ली है, जो कि बहुत अधिक निर्यात करते हैं। केंद्रीय आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने वित्तमंत्री के समक्ष प्रजेंटेशन देते हुए कहा कि भारत के स्मार्टफोन बाजार में घरेलू बिक्री के बजाय निर्यात को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है, क्योंकि लोकल मांग संतृप्ति के करीब है।