भोपाल ।  मध्यप्रदेश में बेरोजगारों की संख्या में पिछले पांच सालों की तुलना में करीब 22 फीसदी की बढोतरी हुई है। ये जानकारी सरकार की तरफ से विपक्षी विधायक रामनिवास रावत के एक सवाल के जवाब में विधानसभा में दी गई है।
तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार विभाग ने लिखित जवाब देते हुए कहा है कि 2019 में प्रदेश में 26 लाख 15 हजार 314 बेरोजगार थे, जिसमें 16 लाख के करीब पुरुष और 10 लाख के करीब महिलाएं शिक्षित बेरोजगार थे। जो पिछले 5 साल में बढक़र 32 लाख 31 हजार 562 हो गए हैं। आंकड़ों के हिसाब से बेरोजगारों संख्या की बात की जाए तो ये करीब 22 फीसदी ज्यादा है 2019 की तुलना मेंज्ये वो बेरोजगार हैं जो एमपी में रोजगार पोर्टल पर पंजीबद्ध हैं। विभाग के तरफ से दिए गए जवाब में ये भी बताया गया है कि निजी क्षेत्र में 2019-20 के बीच में 4219, 2020-21 के बीच 8 हजार 717, 2021-2022 के बीच 12 हजार 178, 2022-2023 में 6 हजार 898 और 2023-2024 के जनवरी तक 43049 को रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
बेरोजगारी भत्ते लिए नहीं कोई योजना
साथ ही जानकारी दी गई है कि मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से बेरोजगारी भत्ते के संबंध में विभाग के अंतर्गत कोई योजना नहीं है। निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जॉब फेयर एवं करियर काउंसलिंग योजना औपचारिक शिक्षा प्राप्त युवाओं को पंजीकृत उद्योग एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में ऑन द जॉब ट्रेनिंग की सुविधा प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना मध्य प्रदेश में संचालित की जा रही है।