नई दिल्ली । कांग्रेस ने दावा किया कि मोदी इस बात को लेकर डरे हुए हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में जनता उन्हें सबक सिखाने जा रही है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह आरोप भी लगाया कि झूठ फैलाना ‘मोदी की गारंटी है।
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधा था।
प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए खरगे ने ‘एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘संविधान को नहीं मानने वाले, जो दांडी मार्च और “भारत छोड़ो आंदोलन” में शामिल नहीं हुए वो लोग आज कांग्रेस को राष्ट्रभक्ति का ज्ञान दे रहे हैं। मोदी जी ने संप्रग सरकार पर अनगिनत झूठी बातें की हैं।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘संप्रग सरकार के दौरान बेरोज़गारी दर 2।2 प्रतिशत थी तो अब 45 वर्षों में सबसे ज़्यादा क्यों है? संप्रग सरकार के 10 वर्षों के दौरान जीडीपी वृद्धि दर औसतन 8।13 प्रतिशत रही, आपके (प्रधानमंत्री) दौरान केवल 5।6 प्रतिशत क्यों?
खरगे ने कहा कि विश्व बैंक की मानें तो 2011 में ही भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया था। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार में 30 लाख पद ख़ाली पड़े हैं, और उसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी के पद सबसे ज़्यादा ख़ाली हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मोदी जी, आपने अपने दोनों सदनों के भाषण में केवल कांग्रेस को कोसा। 10 वर्षों से शासन में होने के बावजूद अपने बारे में बात करने के बजाय सिर्फ़ कांग्रेस की आलोचना करते हैं।
खरगे ने आरोप लगाया, ‘‘सरकार सारे आंकड़े छिपाकर झूठ फैलाती है। झूठ फैलाना ही मोदी की गारंटी है! कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘प्रधानमंत्री ने मल्लिकार्जुन खरगे जी पर हमला करने का फैशन बना लिया है, जो एक कद्दावर नेता हैं, जो जमीन से उठकर नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष के पद तक पहुंचे हैं। आज एक बार फिर प्रधानमंत्री ने हद पार कर दी।
उन्होंने आरोप लगाया कि संसद में उनके दोनों भाषण भारत की जनता के साथ ‘क्रूर मजाक हैं। वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘अगर 10 साल सत्ता में रहने के बाद नरेन्द्र मोदी कांग्रेस पर केवल सस्ते, बचकाने और गुमराह करने वाले हमलों के बारे में सोच सकते हैं तो यह उनके विचारों और नैतिकता के दिवालियापन को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने दो बार यात्रा निकालकर प्रधानमंत्री को परेशान कर दिया है। वेणुगोपाल के अनुसार, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी समुदाय भाजपा-आरएसएस द्वारा किए गए अन्याय के खिलाफ खड़े हो रहे हैं और राहुल गांधी के सामाजिक न्याय के मिशन को अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘बेरोजगारी और महंगाई की दोहरी मार झेल रहा मतदाता प्रधानमंत्री से स्पष्ट समाधान की उम्मीद कर रहा था, लेकिन उनके पास देने के लिए कुछ नहीं था। इन भाषणों के बाद यह स्पष्ट होता जा रहा है कि मोदी और भाजपा के लिए एक और कार्यकाल का मतलब गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए निराशा तथा हताशा के और पांच साल से होगा।
कांग्रेस के संगठन महासचिव ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के भाषणों में अहंकार और नफरत से पता चलता है कि वास्तव में वह इस बात को लेकर डरे हुए हैं कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में उन्हें हराने और जनता उन्हें सबक सिखाने वाली है।