माघ मास की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी कहते है. इसे संकष्टी चतुर्थी, तिलकुटा चौथ या माघी चौथ भी कहते हैं. इस बार यह व्रत सोमवार यानी 29 जनवरी यानि आज है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा का विधान है. इस दिन चंद्रोदय के साथ पूरे विधि विधान से भगवान गणेश की पूजा की होती है. संतान की सलामती और उनके दीर्घायु  की कामना से यह पूजा की जाती है.आइए जानते है आज संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्रोदय कब होगा .

काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि आज चंद्रोदय के साथ भगवान गणेश की आराधना की जाती है. हिन्दू पंचाग के अनुसार,सोमवार को रात 8 बजकर 48 मिनट पर चंद्रोदय होगा. उसके बाद व्रती महिलाएं भगवान गणेश की पूजा करेंगी.

संकष्टी चतुर्थी का धार्मिक महत्व
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा से जीवन के सारे कष्ट भी दूर होते है और हर तरह के बाधाओं का नाश भी होता है. इसके अलावा संतान प्राप्ति और उनके उन्नति की कामना के लिए यह पूजा और व्रत किया जाता है.

अर्घ्य से पहले गणेश मंदिर में जरूर करें पूजा
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस दिन सुबह स्नान के बाद भगवान गणेश को याद करके व्रत की शुरुआत होती है. पूरे दिन व्रत रखने के बाद रात में चंद्रोदय के समय काले तिल के लड्डू, गुड़ का हलवा और फल अर्पण कर छत पर भगवान गणेश की पूजा की जाती है और फिर उसके बाद चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है. इस पूजा से पहले गणेश मंदिर में पूजा भी जरूर करनी चाहिए.