साल 2024 में माघ का महीना 21 जनवरी से शुरू होगा और 19 फरवरी, 2024 तक रहेगा. हिंदू धर्म में माघ महीने को पवित्र माह माना जाता है. इस महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा. इसे सकट चौथ, लंबोदर चतुर्थी, माघी चतुर्थी , तिलकुटा चौथ के नाम से भी जाना जाता है. मान्यता है कि सकट चौथ व्रत के प्रभाव से संतान को दीर्धायु और बेहतर स्वास्थ का वरदान मिलता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन गणपति बप्पा की पूजन से घर में खुशहाली के साथ सुख,समृद्धि आती है. इसके अलावा जीवन के कष्ट और क्लेश भी दूर होते है.

काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस दिन भगवान गणेश को तिल और गुड़ चढ़ाने से पापों से मुक्ति और कष्टों से छुटकारा मिलता है. इसके अलावा दूर्वा घास चढ़ाने से मानसिक पीड़ा से मुक्ति मिलती है.

29 जनवरी को रखा जाएगा व्रत
हिन्दू पंचाग के अनुसार, 29 जनवरी की सुबह 6 जकर 10 मिनट से माघ मास की चतुर्थी तिथि शुरू होगी. जो अगले दिन 30 जनवरी को सुबह 8 बजकर 54 मिनट तक रहेगा. ऐसे में उदयातिथि के कारण 29 जनवरी को ही पूरे दिन चतुर्थी तिथि मानी जाएगी. लिहाजा यह पर्व 29 जनवरी को ही मनाया जाएगा.

कब करें पूजा?
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस सुबह स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए. उसके बाद गणेश मंदिर में दर्शन पूजन करना चाहिए. रात में चंद्रोदय के साथ चंद्रमा की पूजा के बाद भगवान गणेश की पूजा करन चाहिए. इस दौरान उन्हें लड्डू, मोदक का भोग लगाना चाहिए. इससे संतान की आयु दीर्घायु होती है.