नई दिल्ली । गौतम अडाणी की अगुवाई वाले ग्रुप ने बयान जारी कर स्पष्ट किया कि उसका या समूह की किसी भी कंपनी का सिल्कयारा टनल के निर्माण से कोई लेना-देना नहीं है। लगभग दो सप्ताह पहले बीच में से ढह गई सिल्कयारा टनल में 41 मजूदर फंसे हुए हैं। गौरतलब हि ‎कि सोशल मी‎डिया पर इस तरह की खबरें थी कि टनल का निर्माण कर रही कंपनी को अडाणी ग्रुप ने कुछ साल पहले खरीद लिया था। हालांकि, अडाणी ग्रुप ने स्पष्ट किया है कि उसका टनल का निर्माण कर रही कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है। गौरतलब है ‎कि सिल्कयारा टनल केंद्र की मोदी सरकार की हर मौसम में चार धाम यात्रा तक पहुंच परियोजना का हिस्सा है। हैदराबाद की नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड सुरंग का निर्माण कर रही है। अडाणी ग्रुप ने कहा ‎कि हमारे संज्ञान में आया है कि कुछ तत्व ग्रुप को उत्तराखंड में दुर्भाग्यपूर्ण रूप से ढह गई टनल के निर्माण के साथ जोड़ने का नापाक प्रयास कर रहे हैं। हम इन प्रयासों और उनके पीछे के लोगों की कड़ी निंदा करते हैं। कंपनी ने कहा ‎कि हम स्पष्ट करते हैं कि अडाणी ग्रुप या उसकी किसी सहायक कंपनी की सुरंग के निर्माण में किसी भी प्रकार से भागीदारी नहीं है। सुरंग के निर्माण में शामिल कंपनी में हमारा कोई शेयर नहीं है। इस समय हमारी प्रार्थनाएं फंसे हुए श्रमिकों और उनके परिवारों के साथ हैं। बता दें कि हाल ही में पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर टनल का निर्माण अडाणी ग्रुप के साथ जोड़ा था। उन्होंने एक्स पर ट्वीट किया, यह उत्तराखंड सुरंग किस निजी कंपनी द्वारा बनाई गई थी? जब पतन हुआ तो इसके शेयरधारक कौन थे? क्या उनमें से एक अडानी ग्रुप था? मैं बस पूछ रहा हूं और कोई मतलब नहीं है।