भरतपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा- गरीब और दलितों के लिए झूठा वादा करने वाले पीएम नरेंद्र मोदी ने गिर्राज सिंह मलिंगा को टिकट दिया। एक तरफ गरीब और दलितों की बात करते हो और दूसरी तरफ दलितों को मारने और पीटने वालों को आप? टिकट देने बुला लेते हो। आपका क्या जा सकता था, यदि एक टिकट उसे नहीं देते तो? एक आदमी ऐसी विचार धारा का हो, पार्टी में हो, उसे जगह नहीं देनी चाहिए। यहां मारो और पीटो और जाकर भाजपा से टिकट लो। खडग़े भरतपुर के वैर में सभा को संबोधित कर रहे थे।
खडग़े ने कहा- ये सभी लोग मिलकर मारने और पीटने वालों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। एमपी में जाओ, एक आदिवासी बच्चे के मुंह में पेशाब कर दिया। वहां के शिवराज चौहान पैर धोते हैं और कहते हैं मुझे माफ कर दो। क्या ऐसा करने से पाप धुल जाता है, ये कलंक भाजपा के ऊपर से भी नहीं जाएगा।
खडग़े ने कहा- सभा में इसलिए देरी हो गई कि ्रश्वहृ हर्ष वाल्मीकि से मिलने गए थे। सीएम गहलोत, मैं और पार्टी के कार्यकर्ता भी साथ थे। हर्ष को हमने देखा, जो अब भाजपा का कैंडिडेट बन गया है। गिर्राज सिंह मलिंगा ने इतना मारा कि उसके शरीर पर इतने घाव है कि घुटना टूट चुका है। वह ढंग से बात भी नहीं कर सकता। उसे ठीक करने के लिए हमारे गहलोत साहब ने बहुत कोशिश की है और अभी भी कर रहे हैं। उनके पिताजी से भी मिले। अफसोस की बात है जिस गिर्राज सिंह मलिंगा का हमने टिकट काटा। मैं और राहुल गांधी मिलकर सोचे। एक आदमी एक कार्यकर्ता को इतना मारता है, उसकी जान जाने तक मारता है तो ऐसे आदमी को टिकट देना मंजूर नहीं। चाहे हारने दो। एक आदमी दलित को पीट रहा है ये देखा नहीं जाता। ये बात इसलिए कह रहा हूं। देश में जो गरीब लोगों को और जो कांग्रेस पार्टी के लोगों को चुन-चुनकर मारते हैं। उनको हम बर्दाश्त नहीं कर सकते। सभा में भाजपा जिंदाबाद के नारे लगे तो खडग़े बोले- भाजपा का कोई एजेंट आया है, इसे मत सुनो। उन्होंने कहा- ये लोग हमें एडवाइज करते हैं। ये लोग गरीबों के लिए कुछ करते भी नहीं है। इस देश को पंडित जवाहर लाल नेहरू ने मजबूत किया। इनके टाइम में एक भी बड़ा कारखाना नहीं बना। हमारे टाइम में बड़े-बड़े कारखाने, यूनिवर्सिटी, इंजीनियरिंग कॉलेज बने। भाजपा के लोग हमारे बनाए कॉलेजों में ही पढ़े और हमको ही गालियां देते हैं।
खडग़े ने कहा- ये जो गरीबों के प्रति उनका रवैया है, इसको देखकर मुझे हैरानी होती है। गरीबों की बात करते हैं और कहते हैं गरीबों के लिए लड़ते हैं। दो दिन पहले हैदराबाद में एक दलित व्यक्ति ने रिजर्वेशन को लेकर कुछ पूछा तो उन्होंने उसको अपने पास बुलाकर बगल में दोनों रोने लगे। हाथी के दांत दिखाने के और खाने के और होते हैं।