मुंबई । महाराष्ट्र के रत्नागिरी के गणपतिपुले तट पर व्हेल का 35 फीट लंबा बच्चा फंस गया। इसे 40 घंटे की मशक्कत के बाद बुधवार को वापस समुद्र में धकेल दिया गया, इससे वहां मौजूद पर्यटक और स्थानीय लोग खुश हो गए। हालां‎कि अधिकारियों ने इसे रेयर रेस्क्यू ऑपरेशन बताया। अधिकारियों से ‎मिली जानकारी के मुताबिक करीब चार टन वजन का ये व्हेल का बच्चा सोमवार को तट पर आ गया था। यहां कम ज्वार की वजह से वह समुद्र तट पर रेत में फंस गया। उन्होंने बताया कि पर्यटकों और स्थानीय लोगों ने व्हेल को देखा और रत्नागिरी पुलिस, तटरक्षक बल समेत अन्य अधिकारियों को इसकी सूचना दी, इसके बाद बचाव अभियान चलाया गया। अधिकारी ने बताया कि व्हेल के बच्चे को समुद्र की गहराई तक पहुंचाने के लिए अग्निशमन दल, पुलिस और स्थानीय लोगों ने प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। इस दौरान पशु चिकित्सकों की एक टीम भी मौके पर पहुंच गई, टीम ने व्हेल को जिंदा रखने के लिए उसे तरल पदार्थ दिए। रेस्क्यू अभियान में जुटे लोगों ने व्हेल हाइड्रेटेड रखने के लिए उस पर समुद्री पानी डाला और उसे बचाने के लिए उसे कॉटन से ढक दिया। इसके बाद व्हेल के बच्चे को बेल्ट से बांधकर और घसीटकर धकेलने का प्रयास किया गया, लेकिन इससे उसकी पूंछ के पास चोटें लग गईं। 
इसके बाद अधिकारियों ने ये प्लान रद्द कर दिया। मंगलवार की रात एक टगबोट (नाव को खींचकर ले जाने वाली बोट) लाई गई और व्हेल को जाल में डाला गया। हाई टाईट के दौरान अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने व्हेल को पानी में धकेलना शुरू कर दिया। अधिकारी ने बताया कि व्हेल ने खुद गहरे पानी की ओर फिसलने का प्रयास किया। कई घंटों तक लगातार रेस्क्यू के बाद बुधवार सुबह व्हेल के बच्चे को टगबोट द्वारा समुद्र में 7 से 8 समुद्री मील तक ले जाया गया। यहां अपने प्राकृतिक आवास में वापस आने पर व्हेल के बच्चे ने जाल तोड़ दिया और अपने आप तैरना शुरू कर दिया। इसके बाद वह समुद्र की गहराई में चला गया।