नई दिल्ली । भारत के सबसे बड़े अदाणी समूह द्वारा मुंबई में एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी धारावी स्लम के पुनर्विकास करने के लिए 1.5 बिलियन डॉलर या‎निकी 12,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इस प्रोजेक्ट को अदाणी समूह के आंतरिक संसाधनों के माध्यम से वित्त पोषित किया जाएगा। बताया जा रहा है ‎कि पुनर्विकास के लिए अदाणी ग्रुप एक स्पेशल प्रोजेक्ट में महाराष्ट्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है। हालां‎कि पहली बार धारावी का पुनर्विकास 2004 में प्रस्तावित किया गया था, लेकिन कानूनी मुद्दों और चर्चाओं के कारण यह अटक गया। प्रोजेक्ट पर बोली लगाने के लिए ग्लोबल टेंडर इनवाइट किए गए, लेकिन अदाणी समूह ने डीएलएफ को पीछे छोड़कर बोली जीत ली। जुलाई में, महाराष्ट्र सरकार ने अदाणी समूह को मुंबई में 590 एकड़ की धारावी झुग्गी बस्ती में प्रोजेक्ट शुरू करने की मंजूरी दे दी, जहां 900,000 से अधिक निवासी और कई छोटे व्यवसाय हैं। इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य क्षेत्र को आधुनिक अपार्टमेंट, कार्यालयों और मॉल में बदलना है। इसमें धारावी को नरीमन पॉइंट, बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) और मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ने वाली मेट्रो रेल का निर्माण शामिल है। 
इसके साथ ही भी बनेगी जो एक नई सड़क धारावी को बांद्रा-वर्ली सी लिंक से भी जोड़ेगी, जिससे आवागन में सुधार सुधार होगा। धारावी के पुनर्विकास प्रोजेक्ट में लगभग सात साल लगेंगे और करीब 4-5 बिलियन डॉलर की जरूरत होगी। अभी निर्माण और लॉजिस्टिक्स शुरू करने के लिए स्पेशल प्रोजेक्ट में भारी निवेश किया जाएगा। वर्तमान में, एक सर्वे झुग्गी इमारतों में स्वामित्व की जांच कर रहा है, और प्रोजेक्ट के लिए एक मास्टर प्लान को राज्य सरकार, मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) और अदाणी समूह द्वारा संयुक्त रूप से मंजूरी दी जाएगी। प्रोजेक्ट के एक हिस्से के रूप में अदाणी समूह झुग्गी निवासियों के लिए नए घर बनाएगा। चेयरमैन गौतम अदाणी ने पात्र निवासियों को ये नए घर उपलब्ध कराने के लिए अपनी मंशा भी जाहिर की है।