नई दिल्ली । भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वैश्विक मंच से चीन को फिर से लताड़ लगा दी है। जयशंकर ने कहा कि चीन अभी तक यह नहीं बता पाया है कि गलवान में झड़प क्यों हुई थी। उन्होंने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों को भी बहुत असामान्य बताया। भारत में अमेरिकी राजदूत केनेथ जस्टर के नेतृत्व में काउंसिल फॉर फॉरेन रिलेशंस की बैठक में जयशंकर (एस जयशंकर) ने तंज के लहजे में चीन के बारे में टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भारत के साथ चीन के रिश्ते कभी सामान्य नहीं रहे। सीमा पर हमेशा दबाव रहता है।
जयशंकर ने बताया कि बीजिंग की ओर से आज तक कोई उचित स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है। चीन बहुत निंदक है। विदेश मंत्री की बात से साफ है कि भारत-चीन के रिश्ते कभी भी सामान्य नहीं रहे हैं। गौरतलब है कि 15 जून 2020 को गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हो गई थीं। दोनों पक्षों के सैनिक लोहे की छड़ों और कंटीले तारों से कई घंटों तक लड़ते रहे। इस खूनी मुठभेड़ में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। 1975 के बाद यह पहली बार है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जानमाल का नुकसान हुआ है। झड़प के बाद सीमा पर एक तरह से युद्ध की स्थिति बन गई। आख़िरकार, दोनों देशों की सेनाओं ने स्थिति को शांत करने के लिए कई दौर की बातचीत की। हालांकि, गर्मी थोड़ी कम होने के बावजूद तनाव कम नहीं हुआ।