अहमदाबाद । गुजरात के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश ने कहर बरपा रही  है। भारी बारिश होने से यहां शहरों और गांवों के निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल  की टीमों को कच्छ, जामनगर, जूनागढ़ और नवसारी में तैनात किया गया है।  पिछले दो दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं में 9 लोगों की जान चली गई है।
एसईओसी द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार राज्य के 37 तालुकों में शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक 30 घंटों में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई। एसईओसी के अनुसार, जूनागढ़ जिले के विसावदर तालुका में शनिवार सुबह छह बजे तक 24 घंटे की अवधि में 398 मिमी की अत्यधिक भारी बारिश हुई। अधिकारियों के अनुसार सौराष्ट्र कच्छ और दक्षिण गुजरात क्षेत्रों के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में जलभराव हो गया। अहमदाबाद शहर के भी कई इलाकों में पानी भर गया, जिससे भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई और यात्रियों को असुविधा हुई।
अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के कारण कच्छ स्थित गांधीधाम रेलवे स्टेशन जलमग्न हो गया, जबकि जूनागढ़, जामनगर, कच्छ, वलसाड, नवसारी, मेहसाणा और सूरत में कई गांव और कस्बे बाढ़ की चपेट में आ गए। एसईओसी के मुताबिक जामनगर जिले के जामनगर तालुका में 269 मिमी बारिश हुई जबकि वलसाड के कपराडा में 247 मिमी, कच्छ के अंजार में 239 मिमी, नवसारी के खेरगाम में 222 मिमी बारिश हुई और ये जिले सबसे अधिक प्रभावित रहे।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने शुक्रवार रात गांधीनगर में एसईओसी में अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की और उन्हें निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने सहित बचाव और राहत कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। राज्य सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक भूपेन्द्र पटेल ने जूनागढ़ और कच्छ के जिलाधिकारियों से बात की, जिन्होंने उन्हें बारिश की स्थिति के बारे में जानकारी दी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ‘आईएमडी’ ने अनुमान जताया है कि रविवार तक स्थिति सामान्य होने लगेगी। हालांकि, विभाग ने रविवार सुबह तक उत्तर और दक्षिण गुजरात तथा सौराष्ट्र के जिलों में अलग अलग स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी है।