भोपाल । प्रदेश भर में अप्रैल के बाद मई माह में भी रुक-रुककर वर्षा होने का सिलसिला जारी है। प्रदेश में वर्तमान में पांच मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इनके प्रभाव सेअधिकतर शहरों में बादल छाए हुए हैं। साथ ही गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। भोपाल और आसपास के क्षेत्र में शाम को वर्षा हुई।  इंदौर में मंगलवार रात कुछ देर तेज बारिश हुई। इसी क्रम में मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक जबलपुर में वर्षा के साथ ओले भी गिरे। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी तीन चार-चार दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है। हालांकि वर्षा की गतिविधियों में कुछ कमी आएगी। साथ ही दिन के तापमान में कुछ बढ़ोतरी भी होगी। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ गुजरात के आसपास ट्रफ के रूप में मौजूद है। दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। छत्तीसगढ़ के दक्षिणी भाग पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त मालदीव पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।  पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन पांच मौसम प्रणालियों के असर से हवाओें के साथ लगातार नमी आ रही है। इस वजह से पूरे मध्य प्रदेश में बादल बने हुए हैं। साथ ही गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। हालांकि सुबह के समय बादल छंटने के कारण कहीं-कहीं धूप भी निकल रही है। इस वजह से दिन के तापमान में बढ़ोतरी भी होगी। उधर प्रदेश के जबलपुर जिले में  चार दिनों से जारी मौसम में बदलाव का दौर मंगलवार को भी जारी रहा। दोपहर सवा बारह बजे आसमान में खिली धूप के बीच बादल अचानक से उमड़े और 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली तेज हवा के साथ पंद्रह मिनट तक झूमकर पानी गिरा। इस दौरान चार मिनट तक शहर के कुछ स्थानों पर ओले भी गिरे। मौसम केंद्र में 19 मिमी वर्षा दर्ज की है। तेज हवा और वर्षा से कुछ स्थानों पर पेड़ धराशायी हो गए।