*देश में अगर विपक्ष कमजोर होगा तो तानाशाह पैदा होंगे ,शहीद किसान स्मृति सम्मेलन में किसान नेता राकेश टिकैत ने  विपक्ष पर कसा तंज*

*मुलताई।*✍️ विजय खन्ना 

अगर देश में विपक्ष कमजोर हो तो तानाशाह पैदा होंगे और यह स्थिति वर्तमान में देश में बनी हुई है। लेकिन आंदोलन ताकतवर है तो तानाशाह भी झुकने के लिए मजबूर हो जाते हैं। यह बात संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने गुरुवार को किसान संघर्ष समिति के तत्वाधान में आयोजित 25 वे शहीद किसान स्मृति सम्मेलन और 301 वी किसान महापंचायत में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कही।
      सम्मेलन में प्रमुख रूप से उपस्थित श्रीटिकैत ने कहा मुलताई में 1998 में हुए किसान आंदोलन ने एक ऐतिहासिक आंदोलन के बतौर पूरे देश में अपनी पहचान बनाई है। बंजर जमीन में फसल उगाना और सोई हुई जमीन में आंदोलन खड़ा करना बड़ी बात है। श्रीटिकैत ने अपने उद्बोधन में किसी संगठन का नाम लिए बिना अप्रत्यक्ष रुप से कटाक्ष करते हुए कहा कि केंद्र सरकार का हेड क्वार्टर नागपुर में है। जहां जातियों को कैसे लड़ाया जाए,लोगों को कैसे लड़ा जाए यह सिखाया जाता है। केंद्र की षड्यंत्रकारी सरकार ने किसानों की जमीन छीनने के लिए कृषि कानून लाया था। मंडियों की जमीन बेचने का पहला प्रयास मध्यप्रदेश में किया गया था। सरकार के विचारधारा के लोगों को बसाने की योजना थी। बिहार में किसानों की जमीन छीन कर मजदूर बनने के लिए मजबूर कर दिया गया है।
श्रीटिकैत ने कहा केंद्र सरकार ने अडानी को फंड दे दिया है और अडानी इस फंड से पूरे देश में प्रापर्टी खरीद रहा है।
श्रीटिकैत ने फसलों की खरीद के लिए एमएसपी गारंटी कानून बनाने के लिए बड़े आंदोलन की जरूरत बताते हुए कहा कि इसके लिए किसानो को एकजुट होना पड़ेगा। संयुक्त किसान मोर्चा जल्द ही एक बड़ा आंदोलन प्रारंभ करेगा। सरकार किसानों की जमीन छीन कर बड़े कंपनियों को देने का प्रयास कर रही है।  इसके लिए काले कानून लाए गए थे। संयुक्त किसान मोर्चा ने 13 महीने आंदोलन चलाकर इन कानूनों को रद्द करने के लिए सरकार को मजबूर किया। आंदोलन की ताकत का जो सबसे बड़ा उदाहरण है। हमें जमीन फसल को बचाने के लिए लड़ाई जारी रखना है। सम्मेलन में समिति के अध्यक्ष,पूर्व विधायक डॉ सुनीलम ने भी अपने विचार रखते हुए कहा किसानों की आवाज संसद में बुलंद करने के लिए राकेश टिकैत को सांसद बनाने के लिए सम्मेलन में उपस्थित किसानो ने अपना समर्थन जाहिर किया है। डॉ सुनीलम ने किसानों की समस्याओं की लड़ाई के लिए संघर्ष जारी रखने की जरूरत बताते हुए कहा किसान संघर्ष समिति निरंतर किसानों की समस्याओं के लिए आंदोलन चलाती है। आने वाले समय में अदानी,अंबानी की संपत्ति का राष्ट्रीयकरण होगा और इन करोड़ों रुपए का उपयोग देश में शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार के लिए किया जायेगा। सम्मेलन में श्रमिक नेता कृष्णा मोदी,भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव,अखिल भारतीय किसान सभा के रामनारायण कुरेरिया,भारतीय किसान मजदूर सेना के प्रदेश अध्यक्ष बबलू जाधव,किसान संघर्ष समिति की प्रदेश अध्यक्ष आराधना भार्गव, जिलाध्यक्ष जगदीश दौड़के,राजकुमार  सनोडिया,डॉ एके खान,इंद्रजीतसिंह शन्खू  रामस्वरूप मंत्री सहित देशभर से आए किसान मजदूर संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखते हुए किसान और मजदूरों की समस्या के लिए एकजुट होकर कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई। 

*परमंडल और किसान स्तंभ के पास हुआ श्रद्धांजलि कार्यक्रम*

शहीद किसान सम्मेलन के पूर्व किसान नेता राकेश टिकैत,पूर्व विधायक डॉ सुनीलम सहित संगठनों के प्रतिनिधियों ने गुरुवार सुबह ग्राम परमंडल पहुंचकर ग्राम में बने शहीद किसान स्तंभ पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद सैनिक मनोज चौरे की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया। उसके उपरांत ग्राम परमंडल से बाइक रैली निकालकर बस स्टैंड के सामने किसान स्तंभ पर पहुंचे। जहां शहीद किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उसके उपरांत श्रीटिकैत ने नगर के गुरुद्वारे में पहुंचकर अरदास की साथ ही ताप्ती मंदिर में भी दर्शन किए।

*59 प्रस्ताव का पारित किया मूल तापी किसानी घोषणा पत्र*

नगर के पारेगांव रोड स्थित ताप्ती मैरिज लान में आयोजित शहीद किसान सम्मेलन में किसान संघर्ष समिति द्वारा 59 बिंदुओं का मुलतापी किसानी घोषणा पत्र पारित किया। साथ ही सम्मेलन में गोलीकांड में मारे गए किसानों के परिवारों का सम्मान भी किया गया। वही विद्या मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा 24 प्रतिभावान छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।