नई दिल्ली । नव वर्ष पर दिल्ली के सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र में दर्दनाक दुर्घटना घटी। इस सड़क हादसे में युवती की मौत के बाद सड़कों पर उसके शव के साथ हुई दरिंदगी को लेकर दिल्ली सहित देशभर में लोगों में आक्रोश दिख रहा है। कंझावला हॉरर केस को लेकर मंगलवार को नया मोड़ सामने आया है। दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त सागर प्रीत हुड्डा ने बताया सुल्तानपुरी घटना में एक नया तथ्य सामने आया है जिसके अनुसार घटना के समय मृतका के साथ एक और युवती थी। उसके मुताबिक घटना के वक्त वहां थी और उस कोई चोट नहीं आई थी। अब हमारे पास एक चश्मदीद है। वह पुलिस का सहयोग कर रही है। उनका बयान 164 सीआरपीसीके तहत दर्ज किया गया है। ये आरोपितों को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण साबित होगा। दिल्ली पुलिस जल्द ही जांच पूरी कर लेगी। अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी।
पुलिस के मुताबिक एक्सीडेंट में दूसरी लड़की को ज्यादा चोट नहीं आई है। वह जांच में पुलिस का सहयोग कर रही है। जब गाड़ी की टक्कर हुई तब वहां डर गई थी जिसकी वजह से उसने किसी को कुछ नहीं बताया। उसका घर घटना स्थल से करीब 500 मीटर की दूरी पर है। वह पैदल ही घर चली गई थी। युवती ने बताया कि हादसे में गलती कार सवारों की थी जबकि आरोपितों ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि स्कूटी सड़क पर लहरा रही थी जिसकी वजह से टक्कर हुई। पुलिस दोनों तरफ के बयानों की जांच कर रही है। मृतिका का एक साल पहले भी एक्सीडेंट हुआ था। ऑटोप्सी रिपोर्ट में युवती का यौन उत्पीड़न नहीं होने की बात सामने आई है।
कंझावला इलाके में शराब के नशे में धुत तेज रफ्तार बलेनो कार चालक ने पहले स्कूटी सवार युवती को टक्कर मार दी। इसके बाद टक्कर लगने से जमीन पर गिरी युवती के टायर के बीच में फंस जाने पर चालक उस करीब 10-12 किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गया। इस दर्दनाक हादसे में युवती के शव के चीथड़े उड़ गए। उसके शरीर पर कपड़े भी नहीं बचे। इतना ही नहीं हादसे में युवती के दोनों पैर सिर व शरीर के अन्य हिस्से बुरी तरह से कटकर अलग हो गए। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक घटना के वक्त कार में पांच युवक सवार थे सभी नशे में धुत थे और उन्होंने तेज आवाज में गाना बजा रखा था।