हमारे पुलिस के मित्रों ने शिकारियों का मुकाबला करते हुए शहादत दी हैं।अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी, जो इतिहास में उदाहरण बनेगी।अपराधियों की लगभग पहचान हो गई है, जांच पूरी चल रही है।पास के गांव में एक शव भी बरामद हुआ है, गोली लगने से मौत हुई है।घटना की पूरी जांच हो रही है। पुलिस फोर्स भेजा गया है।अपराधी किसी भी कीमत पर बचेंगे नहीं। कार्यवाही उदाहरण बनेगी।इस घटना में शहादत देने वाले हमारे तीनों पुलिस के साथी भाई राजकुमार जाटव, धीरज भार्गव और सिपाही संतराम की शहादत व्यर्थ नहीं जाने दी जाएगी।इन्होंने अपनी कर्तव्य की बल बेदी पर अपने आप को न्योछावर किया है। वो शिकारियों को रोकने खड़े थे।ये कल्पना नहीं थी कि अचानक ऐसे गोली चलेगी लेकिन उन्होंने शहादत दी हैं और उन्होंने भी गोली चलाई।इसलिए मैं उनकी शहादत का सम्मान करता हूं शहीद का दर्जा देंगे और एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि उनके परिवार को दी जाएगी।परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा में लिया जाएगा, पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा।घटनास्थल पर घटना के बाद पहुंचने में देरी करने पर, मैंने ग्वालियर के आईजी को तत्काल हटाने का फैसला किया है। अंतिम संस्कार में जिलों के प्रभारी मंत्री शामिल होंगे 7 शिकारी शामिल थे। उनमें से एक शिकारी क्रास फायरिंग में मारा गया |  अपराधियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही करेंगे।मध्य प्रदेश की पुलिस मुस्तैदी से जान की बाजी लगाकर कर्तव्य निर्वहन कर रही है । रात्रि में भी पुलिस पेट्रोलिंग नियमित व निरंतर हो रही है इसीलिए शिकारियों को घेर पाए।पुलिस पर हमला करने वाले एक शिकारी की मौत मारे गए शिकारी की पहचान नोशाद के रूप में हुई है | भागते समय मुठभेड़ में मारा गया नोशाद