भोपाल. मध्य प्रदेश में लगातार बड़ रहे कोरोना संक्रमण ने अब सरकार को चिंता में डाल दिया है. रविवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पर चिंता जताई. बैठक में उन्होंन कहा- हम संकट के मुहान पर खड़े हैं. कोरोना की तीसरी लहर के संकेत दिखाई दे रहे हैं. केस बढ़ते दिखाई दे रहे हैं. हमें इससे निपटने की तैयारी रखनी होगी.

बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर जिले में जरूरी दवाओं और इंजेक्शन का एक महीने का स्टॉक होना चाहिए. वहां फीवर क्लीनिक दोबारा शुरू करें. हर जिले के हर ब्लॉक में कोविड केयर सेंटरों की स्थापना की जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना के सैंपल टेस्ट तो बढ़ाएं ही, साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि सैंपल की रिपोर्ट 24 घंटे में आए. मध्य प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण के मद्देनजर तीन महीने के लिए प्राइवेट अस्पतालों से कॉन्ट्रैक्ट करेगी. ये कॉन्ट्रैक्ट 1 जनवरी से 31 मार्च तक किया जाएगा.
कोविड के लगातार बढ़ रहे मामलों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लगातार ट्वीट भी किए. उन्होंने कहा- आंकड़ों में स्पष्ट है कि नवंबर से दिसंबर के अंत तक कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे हैं. ऐसा हमने पहली और दूसरी लहर में भी देखा था. हमारे मंत्रीगण, सांसदगण, जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप, सामाजिक संगठन, धर्मगुरु सहित कोरोना से मुकाबले में साथ देने वाले सभी लोग मिलकर तीसरी लहर का मुकाबला करेंगे, इसे रोकेंगे.मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया- हमारी वार्ड और ग्राम पंचायत स्तरीय समितियां ध्यान रखें कि सर्दी, खांसी, जुकाम या हल्के बुखार को गंभीरता से लें. इससे पीड़ित व्यक्ति का तुरंत आरटीपीसी सैंपल लिया जाए और जांच करें कि कहीं कोरोना तो नहीं है. जिन जिलों में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 90% से कम है, उन जिलों की क्राइसिस मैनेजमेंट टीम ध्यान दें. इन स्थानों पर और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है. हम 10% से लक्ष्य से क्यों चूक रहे हैं. यह गंभीर मामला है, इस पर ध्यान दें.