अभी तक माना जाता था कि गेहूं और राई से बने उत्पाद स्वास्थ्य के लिए बेहतर होते हैं, मगर हालिया शोध में खुलासा हुआ है कि राई से बने उत्पाद वजन घटाने में भी कारगर होते हैं। नियमित तौर पर इससे बने उत्पादों को खाने से कई फायदे होते हैं।
चल्मर्स यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के नए शोध में यह दावा किया गया है। यह अध्ययन क्लिनिकल न्यूट्रिशन जर्नल में प्रकाशित हुआ है। शोध शरीर के वजन और वसा पर विशेष प्रकार के अनाज के प्रभावों का मूल्यांकन करता है। साथ ही यह राई पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करने वाला पहला अध्ययन है। मोटापा और अधिक वजन दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। इसके लिए कई अलग-अलग उपायों की आवश्यकता होती है। एक ऐसे खाद्य पदार्थों को विकसित करना है, जो भूख की बढ़ती भावना में योगदान करते हो और चयापचय पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।

सेहत की निगरानी की- अध्ययन में 30 से 70 वर्ष की आयु के 242 किग्रा से अधिक वजन वाले पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया था। इस दौरान प्रतिभागियों को समान ऊर्जा वाले परिष्कृत गेहूं के साथ ही राई से बने उत्पादों की मात्रा एक निश्चित अवधि तक दी गई। इस दौरान प्रतिभागियों में कई बदलाव दिखे।

आगाह भी किया- शोधकर्ताओं ने इसको लेकर आगाह भी किया है। उन्होंने कहा कि इस शोध पर अभी और काम करने की जरूरत है, ताकि यह पता चल सके कि ऐसा क्यों होता है। उन्होंने कहा कि हम वर्तमान में इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या आंत में कुछ विशिष्ट बैक्टीरिया की वजह से ऐसा हो सकता है। वहीं, पिछले अध्ययनों में पाया गया है कि जो लोग राई खाते हैं, उनमें फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है। वे उन लोगों की तुलना में अधिक ऊर्जावान महसूस करते हैं, जो परिष्कृत गेहूं से बने उत्पाद का इस्तेमाल करते हैं।

वसा की मात्रा कम हुई- अध्ययन के दौरान राई और गेहूं से बने उत्पाद खाने वाले दोनों समूहों ने अपना वजन कम किया, लेकिन राई से बने उत्पाद खाने वालों ने गेहूं से बने उत्पाद खाने वालों की तुलना में औसतन एक किलोग्राम अधिक वजन कम किया। इसके साथ ही वसा पर भी असर पड़ा। वैसे अलग-अलग लोग एक ही भोजन पर अलग-अलग तरीकों से प्रतिक्रिया कर सकते हैं। अध्ययन में शामिल लोगों की शोध की शुरुआत, मध्य और 12 सप्ताह बाद जांच की गई। चल्मर्स यूनिवर्सिटी के खाद्य और पोषण विज्ञान विभाग के मुख्य शोधकर्ता किआ नोहर इर्वेसन ने बताया कि जांच में परिणाम चौंकाने वाले निकले। राई से बने उत्पाद लेने वाले प्रतिभागियों ने समग्र रूप से अधिक वजन घटाया। इसके साथ ही उनके शरीर में वसा का स्तर गेहूं से बने उत्पादों की तुलना में कम पाया गया।